जम्मू:
जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी साहिबा ने शुक्रवार को सतवारी, जम्मू में पीर बाबा बुढ़ान अली शाह की दरगाह पर अतिथि सह प्रशासनिक भवन का उद्धाटन किया।
इस मौके पर आईएएनएस के साथ बात करते हुए डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी साहिबा ने कहा कि बाबा बुढ़ान अली शाह की दरगाह अमन का पैगाम देती है। 2022 में वक्फ बोर्ड का पदभार संभालने के बाद हमने सोचा था कि जम्मू कश्मीर मेें जियारत के हर स्थान ऐसा हो, जहां आने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो।
इसी उद्देश्य से हमने काम शुरू किया और आज दरगाह पर गेस्ट हाउस की कमी पूरी हो गई। अब यहां आने वाले श्रद्धालुओं को बैठने व आराम करने की सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी भी हमें श्रद्धालुओं के लिए बहुत कुछ करना है। शाहदरा शरीफ में भी ऐसेे ही प्रोजेक्ट पर काम चल रहा हैै। हमारा मकसद है कि इन ऐतिहासिक धरोहरों पर लोग आएं, इबादत भी करें और उनके दिल को सुकून पहुंचे। डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी साहिबा ने कहा, हम वक्फ के अधिकार क्षेत्र में आने वाली अन्य परिसंपत्तियों का भी विकास करेंगे।
गौरतलब है कि सूफी संत पीर बाबा बुढ़ान अली शाह की दरगाह एक पवित्र तीर्थस्थल है, जो तवी नदी के निकट स्थित है। यहां सभी धर्मों और आस्थाओं से जुड़े लोग आते हैं, और बाबा का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
बाबा बुढ़ान अली शाह गुरु गोबिंद सिंह के बहुत अच्छे दोस्त थे। माना जाता है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन केवल दूध पीकर बिताया और 500 साल तक जीवित रहे। ऐसा माना जाता है कि पीर बाबा की दरगाह शहर के लोगों को किसी भी बुरी आत्मा या दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से बचाती है, जबकि इस पवित्र स्थान पर फूल या चादर चढ़ाने से किसी व्यक्ति की कोई भी इच्छा पूरी होती है।
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