हिमाचल में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 22 की मौत, बरसात से दो सप्ताह में ही 172 करोड़ का नुकसान

नई दिल्ली: देश भर में मानसून ने दस्तक दे दी है. पूरे देश में बारिश से बुरा हाल है. हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश ने लोगों को परेशान कर रखा है. बरसात अब लोगों के लिए आफत बनती जा रही है. प्रदेश में मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बारिश से जुड़ी घटनाओं में हिमाचल में 22 लोगों की मौत हो गई है. बारिश के कारण प्रदेश में करोड़ों का नुकसान हो गया है. प्रदेश के अधिकारियों ने बताया कि 27 जून को मानसून ने हिमाचल में एंट्री की थी, जिसके बाद से अब तक 172 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश से आठ लोग डूबे गए है. वहीं, छह लोग ऊंचाई से गिर घए. बिजली के झटकों से चार लोग मारे गए. सांप के काटने से तीन लोगों की मौत हुई. इन सबके अलावा भी दो लोग अब भी लापता है. भारी बारिश के कारण पांच सड़कें, शिमला में चार और कांगड़ा में तीन सड़कें बंद हैं. आदिवासी लाहौल और स्पीति जिले के लिंडूर गांव के निवासियों का कहना है कि पिछले बार मानसून में यहां दरार आ गई थीं. जिले में 14 घर और 200 बीघा जमीन गिर सकते हैं. इसके अलावा, सोलन जिले में भूस्खलन के बाद एक गौशाला की दीवार गिर गई, जिससे गाय की मौत हो गई.

यहां इतनी बारिश हुईं
मौसम विभाग ने बताया कि बैजनाथ में 24 घंटे में 32 एमएम बारिश हुई. पावंटा साहिब में 18.4 एमएम बारिश हुई. धौलाकुआं में 17.5 एमएम बारिश हुई. धर्मशाला में 11 एमएम बारिश हुई. डलहौजी में 10 एमएम बारिश हुई. पालमपुर में 8.3 एमएम बारिश हुई. विभाग ने शिमला जिले के अलग-अलग जिलों में अगले दो दिनों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. विभाग ने 15 जुलाई तक बारिश का अलर्ट जताया है.

ऐसा है पड़ोसी राज्य का हाल
इसके अलावा, पड़ोसी राज्य उत्तराखंड में भी मौसम विभाग ने बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. राज्य के नौ जिलों- पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल, ऊधम सिंह नगर और चंपावत में मौसम विभाग ने भारी से बहुत अधिक बारिश की आशंका जताई है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाअधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं.