छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में बंगले को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के सेक्टर 9 स्थित बंगला विवाद का कारण बना हुआ है। ताम्रध्वज साहू ने वैशाली नगर के भाजपा विधायक रिकेश सेन के ऊपर आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके निवास में जबरदस्ती घुस जाना और बंगले के बाहर अपने नाम का बोर्ड लगवाना उचित नहीं है। यह समझ से बाहर है। मामले में पूर्व गृहमंत्री ने बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज और दुर्ग एसपी को ज्ञापन सौंपा है।
बुधवार को एमएलए रिकेश सेन अपने सैकड़ों समर्थको के साथ पूर्व गृहमंत्री साहू के बंगले में अंदर घुस गए। साथ ही बंगले के बाहर में विधायक सेन ने अपने नाम का बोर्ड लगवा लिया। दरअसल, बीएसपी ने विधायक रिकेश सेन को 22 जून को बंगला अलॉट किया। साथ ही पूर्व गृहमंत्री साहू के बेटे जितेंद्र साहू को फोन पर बात करके बंगले से समान खाली करने के लिए कहा गया। दूसरी ओर बीएसपी से जानकारी मिलने के बाद विधायक सेन समर्थकों के साथ गृह प्रवेश कर पूजा पाठ भी करा लिया।
इस मामले के बाद पूर्व गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के बोरसी स्थित निवास में कार्यकर्ताओं की भीड़ लग गई। पूर्व एमएलए अरुण वोरा, महापौर शशि सिन्हा ने भी इस बात का विरोध किया। साथ ही बीएसपी प्रबंधन से चर्चा करने की बात कही है। ताम्रध्वज साहू ने पूरी घटना को सत्ता का दुरुपयोग बताया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके सहमति के बिना किसी और को मकान आबंटित करना, उसके निवास पर घुसकर भाजपा जिंदाबाद के नारे लगना और सुने बंगले में ताला तोड़कर घुसना ये उचित नहीं है, जो अंदर घुसे उन्होंने क्या किया, क्या नहीं किया, यह नहीं पता, जबकि उन्हें किसी प्रकार का नोटिस भी नहीं दिया गया है। इस मामले में ताम्रध्वज साहू ने एसपी और बीएसपी के डायरेक्टर इंचार्ज से बात की है। साथ ही एसपी दुर्ग और बीएसपी अधिकारी से मिलकर इस मामले पर ज्ञापन भी सौंपे है।