छत्तीसगढ़ में डॉक्टर से 3 करोड़ की ठगी, फेसबुक से बना था कनेक्शन, ऐप में फायदा दिखाकर वसूले पैसे

ऐप पर पढ़ें

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक डॉक्टर के साथ ठगी का मामला सामने आया है। फेसबुक में दिखे विज्ञापन की लालच में आकर डॉक्टर के साथ 2.92 करोड रुपए की ठगी हुई है। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन देखा था। जिसके बाद उसने संबंधित लोगों से कांटेक्ट किया और उनके कहे अनुसार एक ऐप में पैसे इन्वेस्ट किया। पैसे इन्वेस्ट करने के बाद डॉक्टर को ऐप में वर्चुअल एक मोटी रकम दिखाई गई। जिसकी लालच में आकर डॉक्टर ने 25 से 30 बार में ठगों को करोड़ों रुपए दे दिए।

फेसबुक में देखा था विज्ञापन

डॉक्टर के साथ ठगी का यह पूरा मामला राजधानी रायपुर के पंडरी थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ठगी का शिकार होने वाले डॉक्टर का नाम सुनील कुमार देवांगन है। वह रायपुर के अशोका रतन अपार्टमेंट में रहते हैं। बताया जा रहा है कि डॉक्टर सुनील शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट किया करते हैं। इसी दौरान उन्होंने फेसबुक पर शेयर बाजार के प्रॉफिट से जुड़ा एक विज्ञापन देखा था। जिसके बाद उन्होंने ऐप से कांटेक्ट किया और इस ऐप के माध्यम से उन्हें बड़ा मुनाफा मिलने की बात कही गई थी। 

10 प्रतिशत ‌कमीशन की हुई थी‌ बात

जानकारी के मुताबिक जब डॉक्टर ने उनसे कांटेक्ट किया तो उन्हें ठागों के द्वारा एक लिंक भेजा गया। जैसे ही उन्होंने उस लिंक को क्लिक किया तो उन्हें कॉल आया। उस कॉल में उन्हें बताया गया कि उन्हें इसमें शेयर बाजार से ज्यादा का मुनाफा मिलेगा, इसके बदले में उन्हें 10% का कमीशन देना होगा। जब डॉक्टर ने हां बोल तो ठगों के द्वारा उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया। 

ऐप में दिखाया‌ करोड़ों का‌ प्रॉफिट

इसके बाद ठगों ने डॉक्टर से एक ऐप के जरिए पैसे इन्वेस्ट कराए। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने पहली बार में एक करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट ऐप में किया। जब कुछ दिन बीत गए तो उनके ऐप में 5 करोड रुपए का अमाउंट शो करने लगा। जैसा कि ठगों ने बोला था कि 10% का कमीशन लगेगा, उसके अनुसार डॉक्टर ने अलग-अलग खाते में पैसे भेजना शुरू कर दिए। 

डॉक्टर ने ठगों को दिए 2.92 करोड़

डॉक्टर ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि उसने ठगों के दर्जन भर से ज्यादा अकाउंट में 25 से 30 बार में 2.92 करोड़ रुपए जमा कराया। जब डॉक्टर को ऐप का पैसा उसके में अकाउंट में एड न होने की जानकारी मिली तब उसे ठगी का एहसास हुआ। जिसके बाद‌ उसने पंडरी थाना पहुंचकर इस बात की शिकायत की है।