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छत्तीसगढ़ के नारायणपुर-कांकेर सीमा क्षेत्र के अबूझमाड़ में मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो महिलाओं समेत 10 नक्सली मारे गए हैं। मुठभेड़ स्थल से एक एके 47 समेत भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नक्सली चुनाव के दौरान बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। इस बारे में अधिकारियों को तगड़े खुफिया इनपुट मिले थे। इन्हीं खुफिया इनपुट के आधार पर नक्सलियों के खिलाफ इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) पी. सुंदरराज ने बताया कि पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर अबूझमाड़ के टेकामेटा इलाके में बड़ी संख्या में नक्सली मौजूद हैं। इसमें शंकर, ललिता और रूपी सहित कट्टर कैडरों की मौजूदगी के बारे में भी जानकारी मिली थी। खुफिया इनपुट में बताया गया था कि नक्सली चुनाव के दौरान गड़बड़ी पैदा करने की फिराक में हैं। पुलिस अधिकारियों को जैसे ही यह जानकारी मिली सुरक्षा बलों को सक्रिय कर दिया गया।
एसटीएफ और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की एक संयुक्त टीम ऑपरेशन पर लगाई गई। खुफिया इनपुट के आधार पर योजना बनाकर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम सोमवार रात को नक्सल विरोधी अभियान पर निकली। पखांजूर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) लक्ष्मण केवट जो टीम का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों में शामिल थे, उन्होंने कहा- हम नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराना चाहते थे। टीम को इस बात का अंदाजा नहीं था कि नक्सली पहले गोलीबारी शुरू कर देंगे।
खुफिया इनपुट के आधार पर योजना बनाकर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) की टीम सोमवार रात को नक्सल विरोधी अभियान पर निकली। टीम मंगलवार को सुबह छह बजे टेकमेटा और काकुर गांव के बीच वन क्षेत्र में पहुंची तभी नक्सलियों की ओर से तड़ातड़ फायरिंग शुरू हो गई। इसके बाद सुरक्षा बलों की ओर से भी जवाबी फायरिंग की गई जिसमें दो महिला समेत आठ नक्सली मारे गए हैं।
पखांजूर स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) लक्ष्मण केवट जो टीम का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों में शामिल थे, उन्होंने कहा- टीम को इस बात का अंदाजा नहीं था कि नक्सली पहले गोलीबारी शुरू कर देंगे। हम उनको आत्मसमर्पण कराना चाहते थे। सुरक्षा बल के जवानों और नक्सलियों के बीच लगभग एक घंटे तक मुठभेड़ हुई। फिलहाल इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस मृत नक्सलियों की पहचान कराने की कोशिश कर रही है।
(एजेंसियों के इनपुट पर आधारित)