रायगढ़ : फरवरी के मध्य में तापमान बढ़ने लगा है। जिला मुख्यालय में राहगीर और बाहर रहने वाले कामकाजी लोगों को पेयजल के लिए भटकना पड़ रहा है। शहर के प्रमुख पांच स्थानों पर नगर निगम द्वारा लगाई वाटर एटीएम खराब पड़ी है।
इस पर नगर निगम के जनप्रतिनिधि व अधिकारियों का ध्यान नहीं है। साल में चार महीने ध्यान दिया जाता है, उसमें भी दो महीने पानी नहीं निकलता या फिर बंद रहता है। इससे बस स्टैंड सहित भीड़ भाड़ वाले इलाकों में लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहते हैं। दरअसल 2017 में 50 लाख रुपए कर शहर के पांच जगहों पर वाटर एटीएम लगाई गई। दुर्ग की एक कंपनी को नगरीय प्रशासन विभाग से ठेका दिया गया था। शहर में केवड़ा बाड़ी बस स्टैण्ड, सारंगढ़ बस स्टैण्ड, कबीर चौक, नगर निगम परिसर एवं अंबेडकर चौक में ये एटीएम लगी है। एक मशीन 10 लाख रुपए की है। इन वॉटर एटीएम की तीन साल की वारंटी थी। तीन साल तक मेंटेनेंस हुआ, उसके बाद वाटर एटीएम भगवान भरोसे चल रही है। मशीनें धूल खा रही हैं। न तो इसे नगर निगम के जनप्रतिनिधि ध्यान देते हैं और न ही अधिकारी-कर्मचारी इसे ठीक कराने कोई पहल कर रहे हैं।
गर्मी में बढ़ जाती है परेशानी: शहर में गर्मी धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। आने वाले महीने से तापमान लगभग 40 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में लोगों को गर्मी में चौक-चौराहों में पानी की व्यवस्था नगर निगम के द्वारा किया जाता है। वहीं वाटर एटीएम की याद भी नगर निगम को आती है। ठीक भी करा लिया जाए तो देखरेख के अभाव में खराब हो जाती है। इससे गर्मी में लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है।
वाटर एटीएम खराब है उसे ठीक कराया जाएगा। मेंटेनेंस के लिए लगाएं कंपनी को निर्देश दिया जाएगा। गर्मी में उपयोग ज्यादा होता है, शीत, व बारिश में उपयोग ज्यादा नहीं होता है इसलिए बंद है : जानकी बाई काटजू, महापौर