तमनार, तमनार क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। बुजुर्ग अवस्था में अंतिम सांसें गिन रहे एक वृद्ध को अपनों ने दुत्कार कर घर से भगा दिया। बेघर हुए बुजुर्ग को गांव के कोटवारों ने मानवता दिखाते हुए तमनार थाना पहुंचाया, इसके बाद तमनार पुलिस ने अपना फर्ज निभाते हुए बेसहारा बुजुर्ग को वृद्धाआश्रम तक पहुंचाया । दिल को झकझोर कर रख देने वाली ये घटना तमनार थाना क्षेत्र के नवापारा (कचकोब) गांव की है।
तमनार पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बेघर हुआ बुजुर्ग ग्राम पंचायत समकेरा का आश्रित ग्राम रायपारा का रहने वाला है, जिनका नाम पृथ्वी राम चौहान है। जिसका एक बेटा और बेटी हैं। बुजुर्ग का बेटा रायगढ़ में रहता है, वही उसकी बेटी शादी कर नवापारा गांव गई है।
बताया जा रहा है कि कई वर्ष पूर्व बुजुर्ग ने अपनी जमीन और घर बेच दिया है। वही उसकी बेटी को भी बंटवारे में दो एकड़ जमीन दिया गया है। बेटे से उसे सहारा नहीं मिलने पर वह अपना सारा सामान लेकर नवापारा में अपनी बेटी के घर रह रहा था। लेकिन उसकी बेटी ने भी अब कुछ कारणों से पिता से मुंह मोड़ लिया, जिससे बुजुर्ग बेसहारा हो गया है। कोटवारों के द्वारा बुजुर्ग को थाना पहुंचाये जाने के बाद उसकी बेटी भी थाने आई, और उन्होंने अपनी राय देते हुए बतलाया है कि बुजुर्ग उसके बेटों से गाली-गलौज करता है। जिस वजह से वह डांट खाती है, इसीलिए उन्होंने अपने पिता को दूर कर दिया ।फिलहाल अपनों से ठुकराए जाने के बाद बुजुर्ग को पुलिस द्वारा सहायता की गई जिनके माध्यम से वृद्ध को सकुशल वृद्ध आश्रम का पहुंचा कर आशियाना दिलाया गया ।
खाकी का सहारा उस बुजुर्ग को मिला जहां अपने अपनो ने उसे ठुकरा दिया । पुलिस हमेशा से ही हमदर्द की भूमिका निभाती आई है पर पुलिस के नेक कार्य को कोई नही देखता ,हर जगह पुलिस की गलतियां देखी जाती है जो होती ही नहीं है । यहां बुजुर्ग को उसका आशियाना दिला कर पुलिस ने फिर से साबित कर दिया की जहां कोई नही होता वहां पुलिस हमदर्द बन खड़ी होती है ।