खरसिया। चुनावी मौसम आ चुका है अब कुछ चुनावी मेंढक टर्र-टर्र तो करेंगे ही विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया में मंत्री उमेश पटेल को लेकर तरह-तरह के बयान आ रहे हैं और वीडियो भी सामने लाये जा रहे है जो निःसंदेह पूर्ण रूप से राजनीति अस्त्र-शस्त्र प्रतीत होता है, क्योंकि खरसिया विधानसभा क्षेत्र की जनता, यहाँ के कांग्रेस कार्यकर्ता या मुख्य विपक्षी पाटी भाजपा के कार्यकर्ताओं को भी ये बात अच्छे से मालूम है कि उमेश पटेल का राजनीतिक सफर बेहद साफ सुथारा एवं बेदाग रहा है। मंत्री होने के बावजूद उन्होंने कभी भी विरोधीयों का बुरा नहीं किया है और ना ही वे ऐसी सोच रखते हैं।
शायद इसी सार्थक सोच के कारण आज खरसिया क्षेत्र की जनता के बीच उनका स्थान सर्वोपरि हैं जनता उन्हें अपनी दिलों में बैठा रखी है। राजनीति में एक कहावत है कि राजनीति में जो जितना ऊपर पहुँचता हैं उसे उतनी ही आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता हैं। विरोध के स्वर भी समय बेसमय उठते रहेंगे और इन सबका सामना उमेश पटेल जिस धैर्य एवं शालीनता से करते है वो काबिल-ए-तारीफ है। उमेश पटेल के बारे में एक बात सर्वविदित है कि चांद में भी दाग हैं मगर उमेश पटेल का समूचा जीवन बेदाग हैं।
आज राजनीति के इस छल कपट के दौर में भी उमेश पटेल ने कभी भी गलत कार्यो को प्रश्रय नहीं दिया। उनका हमेशा साफ्ट कार्नर रहा है कि जो जनता के हितों के लिए कार्य करेगा उसके साथ मैं हमेशा खड़े रहूंगा शायद इसी सोच के कारण आज खरसिया विधानसभा क्षेत्र कांग्रेस का अभेदगढ़ बना हुआ है और आने वाले समय मे भी दूर-दूर तक उन्हें कोई चुनौती दे पाएगा ऐसा प्रतीत नहीं होता। उमेश पटेल के लिए ही किसी शायर ने ये पंक्तियां लिखी हैं सत्य के सूर्य को झूठ फरेब के हजारों बादल भले ही ढक ले, पर उनकी औकात नहीं की सूर्य का करोड़वा अंश भी छू सकें खरसिया विधायक उमेश पटेल जननायक थे और जननायक आगे भी रहेंगे और आसन्न विधानसभा चुनाव में एक बार फिर उमेश पटेल जी ऐतिहासिक वोटों से चुनाव जीतने में सफल होंगे इसमें कोई संशय नहीं है।