रायगढ़। 2 दिसंबर को शहीद वीर नारायण सिंह शासकीय महाविद्यालय, जोबी में सोमवार को रेड क्रॉस इकाई के तहत एक विशेष जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। उद्देश्य स्थानीय समुदाय में स्वास्थ्य और स्वच्छता के महत्व को बढ़ावा देना रहा। स्थानीय आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ. एम. महापात्र के निर्देशानुसार उनके चिकित्सा दल द्वारा विशेषकर एड्स जैसी गंभीर बीमारियों पर आधुनिक चिकित्सा उपचार तकनीकों और बचाव के तरीकों पर अद्यतन जानकारी प्रदान की गई। शुरुआत महाविद्यालय के मुख्य द्वार से हुई, जहां से विद्यार्थी और शिक्षकों का समूह ग्राम जोबी के विभिन्न मार्गों से होते हुए गुजरा। इस दौरान छात्र–छात्राओं ने नारे लगाए, जैसे कि ‘स्वच्छता ही सेवा है’ और ‘स्वस्थ रहना है हमारा अधिकार’ इस तरह, विद्यार्थियों ने स्थानीय आमजन को स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया।
प्राचार्य रविंद्र कुमार थवाईत की अगुआई में इस रेड क्रॉस कार्यशाला सह रैली ने, ना केवल जोबी महाविद्यालय, बल्कि लगभग पूरे गांव का भ्रमण कर एक नए उत्साह से जागरूकता का संचार किया। आयोजन के समापन सत्र में उपस्थित बड़ी संख्या में विद्यार्थिगण सहित सहायक प्राध्यापक श्री वासुदेव प्रसाद पटेल, डॉ. श्वेता कुम्भज, डॉ. ज्ञानमानी एक्का, अथिति व्याख्याता रामनारायण जांगड़े, किशोर साहू, रितेश राठौर एवं श्रीमती रेवती राठिया व कर्मचारी महेश सिंह सिदार, महात्मा, रोशन राठिया एवं महाविद्यालय अधिकारी कर्मचारियों ने स्वस्थ रहने के लिए हरेक अच्छी आदत बनाए रखने की शपथ ली।
सहायक प्राध्यापक एवम रेडक्रॉस कार्यक्रम अधिकारी योगेंद्र कुमार राठिया द्वारा कार्यशाला आयोजित की गई। कई विशेषज्ञों ने खासतौर पर एड्स, एच.आई.वी. संक्रमण पर व्याख्यान दिए। श्री राठिया, ने समझाया कि कोरोना बीमारी के दौरान अपनाई गई अच्छी आदतें जैसे नियमित रूप से हाथ धोना, उबाल कर साफ पानी पीना, अब ये सब हम फिर से भूल गए। उन्होंने पुन: अभ्यास में लाने की सीख दी। डेंगू और मलेरिया जैसी विभिन्न प्रकार की बीमारियों की जानकारी दी, लक्षण और बचाव के तरीके भी सुझाए।
स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता कितनी जरूरी है, इसके महत्व पर सहायक प्राध्यापक एवम राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी श्री सुरेंद्र पाल दर्शन ने एक लघु प्रश्नोत्तरी का आयोजन भी किया। जिसमें विद्यार्थियों ने इस रैली और कार्यशाला के महत्ता सारांश और महावपूर्ण भूमिका के बारे में सकारात्मक चर्चा की। सर्वश्रेष्ठ उत्तर में छात्रा कु. नेहा राठिया, एनएसएस स्वयंसेवक, ने कहा, हमें गर्व है कि हम इस महत्त्वपूर्ण मिशन का हिस्सा बन सके। हम हमेशा समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।