बिलासपुर में बोले SC में CG के पहले जज प्रशांत मिश्रा-जीवन में जो भी मिला यहीं से मिला | Justice Prashant Mishra, the first judge of Chhattisgarh in the Supreme Court, was welcomed in Bilaspur

बिलासपुरएक घंटा पहले

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जस्टिस मिश्रा ने कहा- हमेशा व्यक्तिगत लाभ नहीं, जनहित और समाज के बारे में भी सोचना चाहिए। - Dainik Bhaskar

जस्टिस मिश्रा ने कहा- हमेशा व्यक्तिगत लाभ नहीं, जनहित और समाज के बारे में भी सोचना चाहिए।

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सुप्रीम कोर्ट में पहले जज बनने वाले जस्टिस प्रशांत मिश्रा का बिलासपुर में स्वागत किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए जस्टिस प्रशांत मिश्रा ने कहा कि न्यायधानी मेरी कर्मभूमि रही है। जीवन में जो भी मिला यहीं से मिला। बस मेहनत करता गया और परिणाम मिलते गए। उन्होंने कहा कि जहां भी रहे अपने स्तर पर सद्भावना से बेहतर काम करने की कोशिश होनी चाहिए। लोगों को हमेशा व्यक्तिगत लाभ नहीं बल्कि, जनहित और समाज के बारे में सोचना चाहिए।

जिला अधिवक्ता संघ बिलासपुर की ओर से गुरुवार की शाम लखीराम ऑडिटोरियम में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। जस्टिस प्रशांत के मुताबिक यह सिर्फ मेरी नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता और हर वकील की उपलब्धि है। उन्होंने बिलासपुर बार एसोसिएशन की तारीफ करते हुए कहा कि वकीलों की मेहनत के कारण इस बार मैं इस ऊंचाई तक पहुंचा हूं। उन्होंने कहा कि वकालत से लेकर हाईकोर्ट और अब सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस के तौर पर नियुक्ति के दौरान उन्होंने लंबा सफर तय किया। 16 मई 2023 को जब सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने उनके नाम की अनुशंसा केंद्र सरकार से की तो एक सुखद अनुभूति हुई।

सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे जस्टिस प्रशांत मिश्रा।

सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के बाद पहली बार बिलासपुर पहुंचे जस्टिस प्रशांत मिश्रा।

सम्मान से अभिभूत हूं, सबकी उम्मीदों को पूरा करना मेरी जिम्मेदारी
जस्टिस मिश्रा ने कहा कि राज्य के साथ ही देश की जनता को उनसे बेहतरी की उम्मीद है। यह मेरी जिम्मेदारी है और इसे पूरा करने की हर कोशिश होगी। मालूम हो कि, जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के सीनियर एडवोकेट, बार काउंसिल के चेयरमैन, महाधिवक्ता फिर जस्टिस, सीनियर जस्टिस के बाद एक्टिंग चीफ जस्टिस बने। जस्टिस प्रशांत मिश्रा को आंध्र प्रदेश का चीफ जस्टिस बनाया गया। उसके बाद आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में कई ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाया। जिसके बाद सुप्रीमकोर्ट के कॉलेजियम ने जस्टिस मिश्रा का नाम सुप्रीम कोर्ट जस्टिस के लिए चुना।

रायगढ़ में वकालत शुरू कर सुप्रीम कोर्ट के जज तक पहुंचने वाले प्रदेश के पहले वकील।

रायगढ़ में वकालत शुरू कर सुप्रीम कोर्ट के जज तक पहुंचने वाले प्रदेश के पहले वकील।

समारोह में हाईकोर्ट के जस्टिस भी रहे मौजूद
कार्यक्रम की अध्यक्षता हाईकोर्ट के जस्टिस संजय एस अग्रवाल ने की और विशिष्ट अतिथि के तौर पर हाईकोर्ट जस्टिस संजय के अग्रवाल, जस्टिस पार्थ प्रतिम साहू, जस्टिस नरेन्द्र व्यास, जस्टिस नरेश चंद्रवंशी, जस्टिस दीपक तिवारी, जस्टिस सचिन सिंह राजपूत, जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक साहू मौजूद रहे। कार्यक्रम में जस्टिस प्रशांत मिश्रा का जिला अधिवक्ता संघ द्वारा शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया।

कार्यक्रम का संचालन जिला अधिवक्ता संघ के सचिव कमल सिंह ने किया और स्वागत भाषण संघ के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश बाजपेयी ने दिया। वहीं, आभार प्रदर्शन क्रीड़ा और सांस्कृतिक सचिव मनोज पाठक ने किया। इस दौरान पूर्व सांसद और सीनियर एडवोकेट गोविंद राम मिरी, एडवोकेट निर्मल शुक्ला, हर्षदेव बनाफर, एडवोकेट प्रतिज्ञा सिंह, अनिल सिंह चौहान, अनुराग बाजपेयी, विवेक रंजन तिवारी, सुरेश पांडेय, अजीत सिंह, अनुराग तिवारी व जिला अधिवक्ता संघ व बार के अन्य सदस्य व पदाधिकारी मौजूद रहे।

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