
खरसिया। कहने को तो रायगढ़ जिले के पॉवर प्लांटों के पास फ्लाईएश निपटारा के लिए एश डाईक बनाया गया है, लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। अधिकतर पॉवर प्लांटों के पास उद्योगों से निकलने वाले फ्लाइएश के निपटारे के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है जिस कारण खरसिया विधानसभा सहित आसपास के इलाकों में किसानों के खेतों एवं सड़कों के किनारों में जबरन फ्लाईएश को बिना अनुमति के फेंक दिया जा रहा है, जिससे न सिर्फ कृषि भूमि बंजर हो रही है बल्कि फसल भी बर्बाद हो रहे है। सड़कों के किनारों में फेंके गए राखड़ के वजह से आये दिन दुर्घटना हो रही है। अनेक बेगुनाहों को उक्त फ्लाईएश के कारण होनी वाली सड़क दुर्घटना से मौत का शिकार होना पढ़ता है।
ऐसा ही ताजा मामला खरसिया तहसील से लगे ग्राम चोढ़ा का है, जहां कोटवारी भूमि पर जिसका खसरा नंबर 604 है जिसका रकबा 0.2140 हेक्टेयर है। फसल बर्बाद होने की लिखित शिकायत को कोटवार रविंद्र चौहान ने खरसिया एसडीएम कार्यालय पहुंच किया है। उक्त शिकायत की प्रतिलिपि पर्यावरण मंत्री ओपी चौधरी, जिला कलेक्टर रायगढ़ एवं जिला पर्यावरण अधिकारी को भी प्रेषित किया है। शिकायत में दोषी प्लांट प्रबंधन के विरुद्ध एवं संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध कार्यवाही की मांग करते हुये फसल नुकसानी दिलाये जाने की बात कही है। अब इस मामले पर विभाग क्या कार्यवाही करता है या फिर सिर्फ शिकायत पर लीपापोती कर दिया जाता है। यह तो वक्त ही बताएगा, फिलहाल लगातार खुले में फ्लाइएश फेंकने से लगातार दुर्घटना एवं प्रदूषण सामने आ रहे है।


