जूटमिल पुलिस ने डुमरमुड़ा में लगाया साइबर जनचौपाल, थाना प्रभारी ने ग्रामीणों को ठगी के नए तरीकों से किया सावधान

रायगढ़, 29 नवंबर। पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल के दिशा-निर्देशन तथा एडिशनल एसपी श्री आकाश मरकाम और सीएसपी श्री मयंक मिश्रा के मार्गदर्शन पर जूटमिल पुलिस ने आज शाम ग्राम डुमरमुड़ा में साइबर जागरूकता अभियान के तहत व्यापक जनचौपाल का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए। कार्यक्रम का नेतृत्व थाना प्रभारी जूटमिल निरीक्षक प्रशांत राव ने किया। उन्होंने हाल के महीनों में तेजी से बढ़े साइबर अपराधों का विस्तार से उल्लेख करते हुए ग्रामीणों को बताया कि किस प्रकार ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले अपराधी नए-नए तरीके अपनाकर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते हैं। उन्होंने बताया कि बैंककर्मी बनकर कॉल करना, OTP पूछना, पुरस्कार या गिफ्ट मिलने का झांसा देना, QR कोड स्कैन कराकर पैसे उड़ाना, ऐप डाउनलोड कराकर मोबाइल एक्सेस लेना, तथा फर्जी लिंक भेजकर अकाउंट हैक करना आजकल साइबर ठगों के आम तरीकों में शामिल है।

थाना प्रभारी ने साइबर अपराधों से बचाव के उपाय समझाते हुए कहा कि किसी भी अनजान लिंक, QR कोड या ऐप पर विश्वास न करें, बैंक से संबंधित गोपनीय जानकारी जैसे पासवर्ड, ATM PIN, CVV या OTP किसी को न बताएं, सोशल मीडिया पर अपनी निजी जानकारी कम से कम साझा करें और अनजान नंबरों से आने वाले कॉल या मैसेज पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें। उन्होंने जोर देकर कहा कि समस्या आने पर तुरंत राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें ताकि समय रहते नुकसान रोका जा सके।

जनचौपाल में उन्होंने ग्रामीणों को नशामुक्ति के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि नशा समाज और परिवार को कमजोर करता है। उन्होंने गांव में सक्रिय महिला समूहों को भरोसा दिलाया कि महिलाओं और बच्चियों से संबंधित किसी भी प्रकार की संवेदनशील स्थिति में पुलिस हर संभव सहयोग करेगी और ऐसे अपराधों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। महिला एवं नाबालिगों से जुड़े अपराधों के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी गई, जिससे ग्रामीण इन अपराधों की पहचान कर समय रहते सूचना दे सकें।

कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पुलिस द्वारा दिए गए मार्गदर्शन की सराहना की। जनचौपाल के दौरान उपस्थित ग्रामीणों ने साइबर सुरक्षा के विषय में सवाल भी पूछे, जिनका पुलिस टीम ने सरल और स्पष्ट भाषा में समाधान दिया। पुलिस ने आगे भी इस प्रकार की जागरूकता गतिविधियां जारी रखने का भरोसा दिलाया।