
खरसिया। दीपावली का पर्व रोशनी और खुशियों का प्रतीक है, और इसी भावना को साकार किया खरसिया नगर के समाजसेवी एवं गौसेवक राकेश केशरवानी ने। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी उन्होंने शहर के जरूरतमंद और श्रमिक वर्ग के बच्चों के साथ दीपावली की खुशियाँ साझा कीं। राकेश केशरवानी ने स्वच्छता दीदी, सफाई कर्मचारियों और मजदूर वर्ग के परिवारों के नन्हें बच्चों को मिठाई, टॉफी और टिफिन बॉक्स भेंट किए। बच्चों के चेहरों पर आई मुस्कान ने इस दीपावली को और भी खास बना दिया।
उन्होंने कहा कि “त्योहार की असली खुशी तभी है जब हमारे आस-पास के सभी लोग, खासकर वे बच्चे जो त्योहार मनाने में सक्षम नहीं, उनकी भी दीपावली रोशन हो।” राकेश केशरवानी न सिर्फ एक समर्पित गौसेवक हैं, बल्कि समाजसेवा में भी निरंतर सक्रिय रहते हैं। अक्सर सड़कों पर विचरती घायल गौमाताओं की सेवा, उपचार और भोजन की व्यवस्था करते हुए उन्हें देखा जा सकता है। उनका जीवन समाजसेवा और मानवता की मिसाल बन चुका है — सेवा ही जिनका धर्म और कर्तव्य है।
इस पहल ने एक बार फिर साबित कर दिया कि छोटी सी कोशिश भी कई चेहरों पर मुस्कान बिखेर सकती है और दीपावली का असली अर्थ है — प्रेम, साझा खुशी और मानवता की रोशनी।





