रायगढ़-ग्रामीण युवा कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को मनाया ‘राष्ट्रीय बेरोज़गारी दिवस’ के रूप में

  • मोदीकाल में बढ़ती बेरोज़गारी पर युकां ने जताई गहरी नाराजगी
  • योगेश बने होटल में सप्लायर, युवाओं ने बेरोज़गारी के पर्चे बांटकर जताई नाराजगी

रायगढ़, 17 सितम्बर 2025
छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के आह्वान पर रायगढ़-ग्रामीण जिला युवा कांग्रेस ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को एक अनोखे अंदाज में “राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस” के रूप में मनाया। इस मौके पर युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की। रायगढ़-ग्रामीण जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष योगेश चौहान ने प्रतीकात्मक रूप से एक होटल में सप्लायर का काम करते हुए बेरोजगारी के पर्चे बांटे, जिसने इस विरोध को और प्रभावशाली बना दिया। बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवाओं के हक में योगेश चौहान ने आवाज बुलंद करते हुए इस अवसर पर केंद्र सरकार की नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा,

“2014 में नरेंद्र मोदी ने हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन 11 साल बाद भी यह वादा सिर्फ जुमला साबित हुआ। आज देश में बेरोजगारी दर पिछले 45 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ चुकी है। मोदी सरकार ने भारत को ‘सबसे ज्यादा बेरोजगारों वाला मोदीकाल’ बना दिया है। युवाओं के सपने चूर-चूर हो रहे हैं, और उनका भविष्य अंधेरे में डूब चुका है।”

चौहान ने आगे कहा कि देश के करोड़ों बेरोजगार युवाओं के लिए अब प्रधानमंत्री का जन्मदिन “राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस” के रूप में दर्ज हो चुका है। उन्होंने सरकार की नीतियों को युवा-विरोधी करार देते हुए कहा कि यह दिन युवाओं के लिए सिर्फ निराशा और विश्वासघात का प्रतीक बन गया है।

“अडानी की बेरोजगारी मिटी, युवाओं की बढ़ी”

योगेश चौहान ने अपने बयान में उद्योगपतियों को दी जा रही रियायतों पर भी सवाल उठाए। उन्होंने तंज कसते हुए कहा,

“बिहार में अडानी की बेरोजगारी तो मोदी जी ने मिटा दी, लेकिन देश के करोड़ों युवा आज भी बेरोजगार और निराश हैं। अगर सरकार उद्योगपतियों को 1 रुपये में जमीन दे सकती है, तो रायगढ़ के युवाओं को भी 1 रुपये में शासकीय जमीन लीज पर क्यों नहीं दी जा सकती? अगर ऐसा नहीं हुआ, तो बेरोजगार युवा सड़कों पर उतरकर मोदी सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष छेड़ेंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि आज के समय में बेरोजगार युवाओं का सबसे बड़ा गुनहगार कोई और नहीं, बल्कि स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।

सप्लायर बने युकां योगेश

युवा कांग्रेस का संदेश

युवा कांग्रेस के इस अनोखे विरोध ने न केवल स्थानीय लोगों का ध्यान खींचा, बल्कि सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया। कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर और पर्चे बांटकर युवाओं को जागरूक करने की कोशिश की। उनका कहना था कि यह सिर्फ एक विरोध नहीं, बल्कि उन लाखों युवाओं की आवाज है जो रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। युवा कांग्रेस ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने जल्द ही बेरोजगारी के मुद्दे पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो युवा शक्ति सड़कों पर उतरकर आंदोलन को और तेज करेगी। योगेश चौहान ने कहा,

“हम चुप नहीं बैठेंगे। यह देश का युवा है, जो न केवल अपने हक के लिए लड़ेगा, बल्कि इस सरकार को भी जवाब देगा।”

बहरहाल इस प्रदर्शन ने साफ़ कर दिया कि बेरोज़गार युवा अब केवल शिकायत नहीं करेंगे, बल्कि अपनी आवाज़ को सड़कों तक ले जाने के लिए तैयार हैं। सवाल बस यह है कि क्या केंद्र सरकार उनकी मांगों को समय रहते सुनेगी, या मोदीकाल का यह “बेरोज़गारी रिकॉर्ड” और लंबा खिंच जाएगा?