छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में संपत्ति विवाद में पत्रकार संतोष कुमार टोप्पो के परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस हत्याकांड में अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से अभी पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है। हत्याकांड से जुड़े और नाम सामने आते हैं तो उन्हें भी गिरफ्तार करते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि खड़गवा चौकी क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव में संयुक्त खाते की जमीन को लेकर पत्रकार के परिवार के बीच विवाद चल रहा था। विवादित जमीन पर उमेश टोप्पो, नरेश टोप्पो, उनकी मां बसंती टोप्पो और पिता माघे टोप्पो खेती करने वहां पहुंचे। इस दौरान दोपहर करीब एक बजे माघे टोप्पो के रिश्तेदार के परिवार के 25 से ज्यादा लोग वहां पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच खेती को लेकर विवाद हो गया, जो कुछ ही देर में हिंसा में बदल गया।
पत्रकार के भाई ने भागकर बजाई थी जान
दूसरे पक्ष ने माघे टोप्पो के परिवार पर कुल्हाड़ी, फावड़ा और लाठियों से हमला कर दिया। सिर पर गंभीर चोट लगने से बसंती टोप्पो और नरेश टोप्पो की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं माघे टोप्पो गंभीर रूप से घायल हो गया। गंभीर हालत में माघे टोप्पो को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई। हमले के दौरान संतोष के दूसरे भाई उमेश टोप्पो ने भागकर अपनी जान बचाई और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी।
कोयला खदान के पास है विवादित जमीन
चौकी प्रभारी योगेंद्र जायसवाल ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने हत्याकांड में 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। विवादित जमीन जगन्नाथपुर कोयला खदान के सामने है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। कुछ और नाम सामने आ सकते हैं। जिस जमीन को लेकर यह हत्याकांड हुआ, उस पर पहले पत्रकार संतोष के चाचा का परिवार खेती करता था।
बता दें कि इससे पहले बीजापुर में 3 जनवरी को पत्रकार मुकेश चंद्राकर की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उनका शव एक ठेकेदार के ठिकाने से सैप्टिक टैंक से बरामद किया गया था। पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है।