रायगढ़। चक्रवाती तूफान फेंगल का असर रायगढ़ जिले में भी देखने को मिल रहा है। कल दोपहर से जिले में रुक-रुक कर हल्की बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। बारिश और ठंडी हवाओं ने ठंड का सितम और बढ़ा दिया है। आमतौर पर इस समय सर्दी की शुरुआत हो जाती है, लेकिन बारिश ने मौसम को और ठंडा बना दिया है। रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित हुई है, बारिश और ठंडी हवाओं के कारण शहर की गलियां अधिकतर सुनसान नजर आ रही है।
किसान परेशान, धान सूखाने में समस्या
रोजमर्रा के अलावा तूफान का सबसे अधिक प्रभाव कृषि पर देखने को मिल रहा है। क्षेत्र के किसान, जो फसल कटाई के बाद धान सुखाने में लगे हुए थे, अब मौसम की अनिश्चितता को लेकर चिंतित हैं। खेतों में काटकर रखे धान को बारिश से बचाने का कोई उपाय नहीं है, वही फसल काटने के बाद घर ले आए धान को सुखाने की चिंता किसानों को सता रही है। कई किसानों को तिरपाल और अन्य अस्थायी साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है। 14 नवंबर से छत्तीसगढ़ प्रदेश में धान खरीदी की मंडियां भी खुल चुकी है, जिले के अधिकतर किसान मंडी में धान बेचने के लिए घरों पर धान का ढेर लगाकर सुखाने की तैयारी में जुड़े हुए हैं, लेकिन किसानों के अरमानों पर चक्रवर्ती तूफान फेंगल ने पानी फेर दिया है, जिससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले 24 से 48 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। विभाग के अनुसार, फेंगल के प्रभाव से उत्तरी छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश जारी रह सकती है। अधिकारियों ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें और सतर्क रहें।
मार्केट में दिख रहा फेंगल का आर्थिक प्रभाव
इस बारिश ने सिर्फ किसानों को ही नहीं, बल्कि आम लोगों को भी प्रभावित किया है। बाजार में रोजमर्रा की गतिविधियां धीमी हो गई हैं। इसके अलावा, ठंड बढ़ने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं में इजाफा होने की संभावना है।
तूफान फेंगल का असर भले ही रायगढ़ में सीमित है, लेकिन किसानों और आम जनता के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है। आने वाले दिनों में बारिश बंद होने और आसमान साफ होने की उम्मीद है, जिससे स्थिति सामान्य हो सकेगी।