रायगढ़। रायगढ़ विधायक और प्रदेश के काबिल वित्तमंत्री ओ पी चौधरी की कार्यकुशलता, कार्यक्षमता और प्रतिभा से कांग्रेस बेहद आतंकित हो गयी है। एक के बाद एक विकास की सौगातों के कारण आम जनता में ओपी की बढ़ती साख से कांग्रेस चिंतित है तथा किंकर्तव्यविमूढ़ता की स्थिति में कांग्रेस हर उस समस्या के लिये ओपी चौधरी पर आरोप मढ़ रही है जिसे ठीक कराना पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की जिम्मेदारी थी। एक वर्ष पूर्व तक प्रदेश और नगर निगम दोनों ही जगह कांग्रेस की सरकार थी। उस दौरान उनके पास रायगढ़ में वार्डों के विकास का पर्याप्त व अनुकूल अवसर था लेकिन पॉलिसी पैरालिसिस व भ्रष्टाचार के कारण कोई उल्लेखनीय कार्य काँग्रेस सरकार नहीं करा सकी।
अब कांग्रेस के लोग उनके वार्डों में कार्य स्वीकृत नहीं होने का दोषारोपण ओ पी चौधरी पर करके अपनी अक्षमता को ढांकने का झूठा प्रयास कर रहे हैं। इसके साथ ही ओपी चौधरी जो भी जनोपयोगी विकास योजनायें लेकर आते हैं उसके विरोध में मासूम लोगों को उकसाकर उन्हें सामने कर रहे हैं और पर्दे के पीछे से कांग्रेस प्रायः प्रत्येक काम में अडंगे लगाकर विकास को बाधित करने का राजनीतिक षडयंत्र कर रही है। पुराने बसे हुये शहर को आज की जरूरतों के मुताबिक परिवर्तित करने में थोड़ी-बहुत विकास जनित परेशानियों का सामने आना स्वाभाविक है लेकिन उसे अतिरंजित करके प्रस्तुत करना तथा आम लोगों को भयभीत करके भावनाओं को भड़काना शहर के हितों पर कुठाराघात करना है।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन और ओपी चौधरी के विधायक रहते हुये आम जनता के किसी भी वर्ग के साथ अन्याय नहीं होगा। अतः विकास विरोधी तत्वों के भ्रामक प्रचार से भ्रमित होने की बजाय आम जनता आश्वस्त व निश्चिंत रहे कि सभी की वाजिब समस्याओं का यथोचित समाधान होगा। यह शहर हम सबका है और इसे व्यवस्थित करना हम सबकी सम्मिलित जिम्मेदारी है। विशेष रूप से यह सार्वजनिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों की प्राथमिक जिम्मेदारी है। विपक्ष का कार्य सत्ता-पक्ष के गलत कायों का विरोध करना एवं सही काम के लिये सत्ता पर दबाव बनाना है, न कि सही कार्यों को बदनाम व बाधित करना। अतः कांग्रेस को विकास-विरोधी राजनीति से बाज आ जाना चाहिये अन्यथा आम जनता कांग्रेस को विधानसभा व लोकसभा चुनाव से अधिक कड़ा सबक सिखाएगी।