रायगढ़। जिले के खरसिया विकासखंड स्थित बरगढ़ खोला क्षेत्र में वेदांता कंपनी का कोल ब्लॉक शुरू होना है, लेकिन इसकी भनक मिलते ही ग्रामीण एकजुट हो गए हैं और किसी भी कीमत पर अपना जमीन वेदांता कंपनी को नहीं देने पर अड़ गए हैं। हालत यह है कि कंपनी की कोई गाड़ी या अधिकारी दिख जाएं तो वे सड़क पर आ जा रहे हैं। वेदांता कंपनी की मुश्किल बढ़ गई है। कंपनी के कोल ब्लॉक का स्थानीय लोगों ने अभी से विरोध शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि स्थानीय जिला पंचायत सदस्य संतोषी राठिया के नेतृत्व में ग्रामीण एक जुट हो गए हैं। बरगढ़ खोला क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और यहां पीईएसए और 5 वीं अनुसूची भी लागू है ऐसे में कोई भी खनन और निर्माण की प्रक्रिया के लिए स्थानीय ग्राम सभा की सहमति जरूरी है। ऐसे में जबकि ग्रामीण ही इसके विरोध में हैं, खदान के लिए ग्रामीणों की सहमति उन्हें मिलती हुई नहीं दिखती है।
इस मामले में बात किए जाने पर वेदांता कंपनी प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि अभी इस खदान का सिर्फ प्राइमरी लाइसेंस ही मिला है, लेकिन ग्रामीण इस बात पर मुखर हैं कि वेदांता को किसी कीमत पर जमीन नहीं दी जाएगी। प्रशासन द्वारा जहां भी जन समस्या निवारण शिविरों में भी उनके द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन और विरोध वेदांता कंपनी का कर रहे हैं। स्थानीय जन प्रतिनिधि चाहे स्थानीय डीडीसी, बीडीसी या सरपंच हों कोई भी वेदांता कंपनी का समर्थन नहीं कर रहे।
हालांकि कुछ स्थानीय नेता टाईप लोगों के बारे ग्रामीण यह जरूर कह रहे हैं कि वे उनके समर्थन में हैं, लेकिन कोई भी ग्रामीण वेदांता कंपनी का समर्थन करता नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में वेदांता कंपनी के कोल माइंस का यह खुलना बड़ा मुश्किल लग रहा है।