- अनहोनी घटना से गांव के ग्रामीण भयभीत, जिलाधीश को ज्ञापन सौंपकर रोक लगाने की मांग
रायगढ़। मांड नदी से बालू लेकर गांव की बस्ती से गुजरने वाले भारी वाहनों पर रोक लगाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिलाधीश के नाम ज्ञापन सौंपकर इस पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है। गांव के ग्रामीणों का कहना था कि बालू लोड वाहनों से कभी भी उनके गांव में कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है।
जिलाधीश के नाम सौंपे गए ज्ञापन में ग्राम पंचायत बघनपुर के ग्रामीणों ने कहा है कि लेबडा घाट एवं उसरौट घाट महानदी से सैकड़ो डंपर एवं लगभग दो से अधिक टैऊक्टर में रोजाना बालू लोड गाडियां उनके गांव से होकर गुजर रही है। जहां आंगनबाडी के अलावा प्राथमिक शाला संचालित है। जिससे अभिभावकों को अपनी बच्चों को स्कूल और आंगनबाडी भेजने में भय बना रहता है। गांव के ग्रामीणों का कहना है कि गांव से गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार इतनी अधिक रहती है कि गांव में कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है।
गांव के ग्रामीणों का कहना था कि बालू परिवहन के लिये लेबडा एवं उसरौट घाट से डुमरपाली चौक होते हुए कांशीचुंआ बाईपास माग्र से शहर की ओर बालू ढुलाई किया जा सकता है। दोनों ही मार्ग में दूरी का ज्यादा कोई अंतर नही है। उन्होंने जिलाधीश को उक्ताशय का ज्ञापन सौंपते हुए उन्हें होनें वाली समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए बनहर बस्ती मार्ग से बालू परिवहन पर रोक लगाने की मांग की है।
प्रीसिंपल ने भी की शिकायत
शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य ने भी अनुविभागीय अधिकारी रायगढ़ से शिकायत करते हुए कहा है कि कांशीचुआ विद्यालय में करीब 350 छात्र अध्ययनरत हैं। साथ ही यहां से 200 मीटर की दूरी पर एक अन्य प्राईवेट संस्था भी संचालित है। जहां सैकड़ो बच्चे अध्ययनरत है। इन दोनों विद्यालय के सामने एक छोटी सी सडक़ में रोजाना मांड नदी से 200 से 250 की संख्या में बालू लेकर गुजरते हैं। जो कि स्कूली छात्रों के लिये खतरा बना हुआ है। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए भारी वाहन के आवागमन पर तत्काल रोक लगाने की मांग की गई है।