हाथियों की समस्या को लेकर किसानों ने किया चक्काजाम : रायगढ़ में फसल नुकसान से परेशान हैं ग्रामीण, मुआवजा बढ़ाने की कर रहे मांग

छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के अमलीडीह में शुक्रवार को किसानों ने चक्काजाम कर दिया। हाथियों से लगातार हो रहे फसल नुकसान को देखते हुए ग्रामीण सड़कों पर बैठे हुए हैं और विभाग से मिलने वाले मुआवजा को बढ़ाकर देने की मांग कर रहे हैं।

घरघोड़ा वन परिक्षेत्र में तकरीबन 15 दिनों से 45 हाथियों का दल विचरण कर रहा है और यह दल रात होने के बाद किसी न किसी खेतों तक पहुंच रहा है। ऐसे में दो दिन पहले भी हाथियों ने भालूमार, अमलीडीह पंडरीपानी क्षेत्र में किसानों की फसल को रौंदा था। जिससे परेशान होकर आज दोपहर तकरीबन 12 बजे के बाद ग्रामीण अमलीडीह के मुख्य रास्ते पर बैठकर चक्काजाम करते हुए अपनी मांगो को लेकर नारेबाजी करने लगे। जिसकी जानकारी मिलने के बाद घरघोड़ा पुलिस मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाईश देने में जूटी है।

कम मिल रहा मुआवजा
ग्रामीणों का कहना है कि हाथी फसल नुकसान करते हैं, तो उसका विभाग मुआवजा के तौर प्रति एकड़ 9 हजार रूपए देते हैं, लेकिन यह काफी कम है। एक एकड़ में किसानों को फसल लगाने में 50-60 हजार रूपए तक का खर्चा आता है और इतना कम मुआवजा देने से किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। जिसे लेकर अब ग्रामीण आंदोलन पर उतर आए हैं।

पहले ग्रामीणों ने किया बैठक
अमलीडीह गांव के अशोक पंडा ने बताया कि 45 की संख्या में हाथी आसपास के जंगल में विचरण कर रहे हैं और रात में फसल नुकसान करते हैं। जिसके कारण करीब दो दिन पहले 3-4 गांव के किसानों ने बैठक भी किया और सभी ने आपसी चर्चा करते हुए अपनी बात रखी कि हाथियों के द्वारा फसलों को नुकसान किए जाने के बाद विभाग द्वारा उन्हें कम मुआवजा दिया जा रहा है। जिससे किसान परेशान हैं।

सड़क पर वाहनों की लगी कतार
ग्रामीणों के द्वारा रायगढ़ घरघोड़ा के मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया जा रहा है। ऐसे में इस रोड पर उद्योग में चलने वाले भारी वाहनों का आवागमन होता है और इस चक्काजाम के कारण सड़क के दोनों ओर से चलने वाली भारी वाहनों की कतार भी लग गई है। बताया जा रहा है कि घरघोड़ा पुलिस उन्हें समझाईश दे रही है, लेकिन कोई भी मानने को तैयार नहीं है।