छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में बुधवार की रात को हाथियों ने धान फसल को रौंद दिया। घरघोड़ा रेंज में 45 हाथियों की मौजूदगी है, जो लगातार किसानों के फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। वन विभाग की टीम नुकसान का आकलन कर रही है।
बुधवार की रात को समारूमा के जंगल से 45 हाथियों का झुंड निकलकर ग्रामीणों के खेतों तक पहुंच गया। यहां हाथियों ने 4 किसानों के फसल को रौंद दिया। उनके आने की जानकारी जब ग्रामीणों को लगी, तो उसे जंगल की ओर भगाने का प्रयास किया गया।
ऐसे में हाथी दल पड़कीपहरी होते हुए खूंटाडेरा, भालूमार, पंडरीपानी और अमलीडीह के खेतों में भी फसलों का नुकसान पहुंचाते हुए सुबह 5 बजे अमलीडीह के जंगल में चले गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान हाथियों ने करीब 35 किसानों के फसलों रौंदा है। इसमें ज्यादा नुकसान भालूमार में हुआ है।
सप्ताह भर से डटा है दल
बताया जा रहा है कि 45 हाथियों का दल करीब सप्ताह भर से घरघोड़ा रेंज में डटा हुआ है। यह दल धरमजयगढ़ वन मंडल की ओर से रायगढ़ वन मंडल में पहुंचा। कई बार रात में नुकसान कर हाथियों का दल वापस धरमजयगढ़ वन मंडल में चला जाता था, लेकिन अभी कुछ दिनों से यह आसपास के जंगल में ही विचरण कर रहा है।
नुकसान का कर रहे आकलन
इस संबंध में परिसर रक्षक मुकेश राठिया ने बताया कि भालूमार में अधिक धान फसल नुकसान है। हाथियों के किए गए फसल के नुकसान का आकलन किया जा रहा है। ताकि मुआवजा के लिए प्रकरण बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि लगातार हाथियों के मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं और ग्रामीणों को जंगल की ओर अकेले नहीं जाने के लिए मुनादी कराई जा रही है। अभी हाथियों का दल अमलीडीह बीट में विचरण कर रहा है।