- समिति द्वारा की गई छप्पन भोग,अग्रसेन माला,पेड़ा की सवामनी सहित बहुत सी शानदार व्यवस्था
रायगढ़। महाराजा श्री अग्रसेन जयंती में अग्रोहा भवन में स्थापित श्री अग्रसेन मंदिर में सुबह-शाम आरती की जाती है। आयोजन समिति द्वारा सुबह शाम की भव्य आरती हो इसके लिए समाज की अलग-अलग संस्थाओं को इसकी जिम्मेदारी दी है। इन संस्थाओं द्वारा पारंपरिक वेशभूषा में गाजे-बाजे के साथ महाराजा अग्रसेन की आरती की जाती है।
शनिवार को प्रथम दिन संध्या की आरती रानी दादी सती सेवा समिति द्वारा की गई। समिति द्वारा आरती के लिए भव्य रूप से तैयारी की थी। उन्होंने छप्पन भोग,पेड़े की सवामनी एवं खास तौर पर महाराजा अग्रसेन का लॉकेट बनवाया था। समिति के सभी लोग शाम 5:30 बजे गौरी शंकर मंदिर में एकत्रित हुए एवं ढोल-नगाड़ों व गाजे बाजे के साथ रैली के रूप में अग्रोहा भवन पहुंचे। समिति के कुछ सदस्य महाराजा अग्रसेन,माता माधवी एवं दादी सती रानी की वेशभूषा में नजर आए। जो रैली के आगे आगे द्वारपालो के साथ चल रहे थे। यह काफी आकर्षक रहा।
दादी समिति द्वारा खासतौर पर बनवाई गई महाराजा अग्रसेन लॉकेट की माला को श्री अग्रसेन सेवा संघ के सदस्यों एवं आयोजन समिति के सदस्यों को पहनाया। महाराजा अग्रसेन की भव्य आरती की गई एवं आरती के पश्चात समिति के सदस्यों एवं आयोजन समिति के सदस्यों ने उत्साह मनाया एवं साथ में गरबा आदि किया। रविवार को प्रातः 9:00 बजे आरती वृंदावन कॉलोनी द्वारा एवं शाम को जुटमिल जोन द्वारा की जाएगी। सभी अग्र बंधुओ से अधिक से अधिक आरती में शामिल होने की आयोजन समिति ने अपील की।