रायपुर। प्रदेश में प्रशासनिक कसावट के उद्देश्य से राज्य सरकार ने एक बड़े पैमाने पर फेरबदल किया है। सीएम साय ने आज कॉन्फ्रेंस में राजस्व विभाग में लापरवाही के मामले में गहरी नाराजगी जाहिर की थी, जिसके बाद देर शाम ट्रांसफर लिस्ट आ गई। प्रदेश में राजस्व विभाग से ताल्लुक रखने वाले तहसीलदार, नायब तहसीलदार, उप पंजीयक और राजस्व निरीक्षक जैसे अधिकारियों को बदल दिया गया है। इस फेरबदल में 55 तहसीलदार, 51 नायब तहसीलदार, 28 राजस्व निरीक्षक, 33 उप पँजियक और 02 बीईओ शामिल हैं। कुल मिलाकर 169 अधिकारियों का तबादला किया गया है, जिसे राज्य के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
यह प्रशासनिक बदलाव मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा हाल ही में आयोजित एसपी-कलेक्टर कान्फ्रेंस में दिए गए निर्देशों का परिणाम माना जा रहा है। सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा था कि अधिकारियों को जनता के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी और प्रशासनिक ढांचे को अधिक प्रभावी बनाना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी बड़ी संख्या में अधिकारियों के तबादले से न केवल जनता के काम में तेजी आएगी, बल्कि शासन-प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित किया जा सकेगा। राज्य सरकार का यह कदम जनहित में की गई एक बड़ी पहल के रूप में देखा जा रहा है।
गुरुवार को जारी हुए आदेश में एक दो नहीं बल्कि 55 तहसीलदारों का तबादला किया गया है। इसमें बिलासपुर, धमतरी, कोरबा, रायपुर, दुर्ग, बस्तर जैसे लगभग सभी बड़े जिलों के तहसीलदार शामिल हैं।