खरसिया। खरसिया के श्रीराम मंदिर के पास एक वानर करंट लगने कि वजह से नीचे जमीन में गिर गया था। जिसकी जानकारी खरसिया नगर के निस्वार्थ गौसेवक राकेश केशरवानी को हुई। तत्काल पहुंच कर लहुलुहान हालत में पड़े वानर को संगठन सदस्य रजत शर्मा के साथ सीधे पशु-चिकत्सालय ले गए और प्राथमिक इलाज करवाया गया। ड्रेसिंग मरहम-पट्टी इंजेक्शन किया गया। वानर की गंभीर हालत को देखते हुए और रात भी हो गई थी इसलिए अपने साथ घर ले आए। सेवा जतन करते रहे थे की आज अचानक प्रभु को प्यारे हो गए।
मंगलवार शुभ दिन होने कि वजह से राकेश के मन में विचार आया, इस वानर को पूरे विधि-विधान से सम्मान पुर्वक अंतिम संस्कार किया जाए और अपने संगठन के सदस्य लम्बोदर मानिक पुरी, प्रभात तिवारी के साथ अपने गौसेवा वाहन से बंधवा तलाब लाया गया। सबसे पहले वानर को नहलाया गया, शुद्ध कपड़े से साफ कर मेढ़ किनारे गड्डा करके पुरे विधि-विधान से अंतिम क्रिया किया गया। सबसे पहले गढ्ढे में नमक डाला गया, वानर को साफ कपड़े में रखकर सुलाया गया। पूजा-अर्चना किया गया। फल नारियल अर्पित कर अगरबत्ती जला कर श्री हनुमान जी से प्रार्थना किया गया। इस मासुम बच्चे को अपने चरणों पर स्थान मिले।
सबकी आंखें नम थी, अंत में मिट्टी ऊपर पीपल और बरगद का पेड़ एक साथ लगाया गया और गौवंश को गुड़ चना का भोग लगाया गया। आज की वर्तमान परिस्थितियों में लोग सड़कों पर जीव-जंतु को मरा देख कर हाथ लगाना तो दुर देखना भी पसंद नहीं करते ऐसे में खरसिया नगर के राकेश केशरवानी गौसेवक और उनका संगठन निस्वार्थ भावना से अंतिम संस्कार करना मानवता इंसानियत को परिभाषित करता है। जिस किसी ने भी इस अच्छे कार्य देखा सुना सभी ने मुक्तकंठ से प्रशंसा की।