रायगढ़: लैलूंगा की विधायक विद्यावती सिदार ने हाल ही में पुसौर सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने रायगढ़ समेत पूरे प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की और सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। विधायक का कहना है कि साय सरकार के कार्यकाल में अपराधों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है, खासकर महिलाओं से जुड़े अपराधों में।
विद्यावती सिदार का यह बयान जिला कांग्रेस द्वारा आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान आया, जहां बलौदाबाजार हिंसा और पुसौर सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में आवाज उठाई गई। प्रेसवार्ता के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा काला पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला गया, जिसमें विधायक सिदार ने मीडिया से बात करते हुए राज्य सरकार पर तीखे हमले किए।
विधायक ने कहा, “पुसौर क्षेत्र में एक महिला के सामूहिक दुष्कर्म ने मानवता को शर्मसार कर दिया है। जिले की बेटियां इस घटना से भयभीत हैं। हमारे रायगढ़ में ऐसी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई थीं, लेकिन साय सरकार के आने के बाद से आपराधिक गतिविधियों में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।”
उन्होंने आगे कहा, “महतारी के वंदन की बात करने वाली साय सरकार के राज में एक मां के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है। क्या यही है महतारी वंदन? यह अत्यंत चिंता का विषय है कि पुलिस भी इस मामले में लीपापोती कर रही है। पीड़िता ने करीब 15 आरोपियों का नाम लिया है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ 7 लोगों को गिरफ्तार कर अपनी पीठ थपथपा ली है। यह कैसी न्याय व्यवस्था है? कहाँ है लॉ एंड ऑर्डर?
विद्यावती सिदार ने कहा कि पिछले आठ महीनों में राज्य की कानून व्यवस्था को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया गया है। अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और राज्य में महिलाएं सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं। मौन जुलूस में शामिल कई बच्चियों की सहमी हुई आंखों में डर साफ झलक रहा था, लेकिन वे पुसौर कांड से गहरे आक्रोशित हैं। उनका सवाल है, “क्या हम अपनी बेटियों को ऐसा रायगढ़ सौंपेंगे?”