रायगढ़। रायगढ़ जिले के पुसौर थाना क्षेत्र में रक्षाबंधन के दिन एक आदिवासी महिला के साथ गैंगरेप की घटना ने इलाके को दहला दिया है। पीड़िता जब मेला देखने के लिए घर से निकली थी, तब कुछ युवकों ने रास्ता रोका और उसे बलपूर्वक तालाब के ले जाकर करीब 5 घण्टे तक सामूहिक बलात्कार किया। घटना के अगले दिन पीड़िता ने पुसौर थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए 48 घंटे के भीतर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
रायगढ़ पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार घटना 19 अगस्त को हुई थी। पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 195/24, 70(1), 140(3), और 351(3) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। पीड़िता के बयान एवं आरोपीयों से पूछताछ के आधार पर अबतक की विवेचना में 08 आरोपियों की पहचान की गई है। पुलिस ने घटना में शामिल आरोपी राहुल चौहान (19 वर्ष), मोनू साहु, (23 वर्ष) राहुल खड़िया (19 वर्ष), उत्तम मिर्धा (20 वर्ष), नरेंद्र सिदार (23 वर्ष) और बबलू देहरिया (19 वर्ष) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा दिया है वहीं एक नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह भेजा गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया और उसकी हालत सामान्य बताई जा रही है।
पुलिस कप्तान दिव्यांग पटेल ने बताया कि “पीड़ित महिला ने थाना पहुंचकर घटना की जानकारी दी जिसके बाद तुरंत एक विशेष टीम का गठन किया और गैंगरेप की धारा बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए।”
गैंगरेप की घटना के बाद पूरे गांव में न केवल दहशत का माहौल निर्मित हो गया है बल्कि पूरे पुसौर क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है। वही इस जघन्य अपराध के कारण रायगढ़ जिले में हड़कंप मचा हुआ है। लोगों की निगाहें पुलिस प्रशासन पर टिकी हुई है।