कोलकाता में डॉक्टर के साथ हुई घृणित घटना के विरोध में डॉक्टरों ने निकाला कैंडल मार्च

  • डॉक्टर के परिवार को मिले शीघ्र न्याय, मेडिकल स्टाफ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा नीति बनाए जाने की रखी मांग

खरसिया। कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई घृणित घटना के बाद पूरे देशभर में डॉक्टर व एमबीबीएस स्टूडेंट्स के अलावा मेडिकल स्टाफ विरोध जता रहे हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेज में एक दिवसीय हड़ताल कर अपनी पांच सूत्रीय मांगों के साथ मृतिका को त्वरित न्याय दिलाए जाने की मांग को लेकर विरोध जता रहे हैं। इसी क्रम में आज रविवार की शाम को खरसिया के डॉक्टरों ने भी घटना के विरोध में अपना रोष जताते हुए बड़ा कैंडल मार्च निकाला। मार्च में सिविल हॉस्पिटल के डाक्टरों के साथ मेडिकल स्टाफ, शहर के विभिन्न नर्सिंग होम दंत चिकित्सक मेडिकल स्टोर संचालक एवं शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने विरोध जताया और मृत महिला डॉक्टर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

आज के कैंडल मार्च में बीएमओ डॉक्टर दिलेश्वर प्रसाद पटेल डॉ अभिषेक पटेल डॉ राठीया महिला डॉक्टर एवं नर्स डॉ हितेश गवेल डॉ शरद अग्रवाल डॉक्टर आर अग्रवाल सूरज पटेल मेडिकल स्टोर संचालक मनोज अग्रवाल संजय अग्रवाल अभिषेक अग्रवाल वरुण शर्मा राजेश अग्रवाल मेडिकल एवं अन्य नर्सिंग होम संचालक एवं स्टाफ और मेडिकल स्टोर संचालकों की उपस्थिति रही। कैंडल मार्च में शामिल डॉ हितेश गवेल ने बताया कि उनकी केंद्र सरकार से पांच सूत्रीय मांग है, जिनमे पहली महत्वपूर्ण मांग तो यह है कि कोलकाता मामले की जांच जल्दी पूरी किया जाकर हमारी बहन मृत महिला डॉक्टर के परिवार को अविलंब न्याय दिलाया जाए मामले में पकड़े गए और पकड़े जाने वाले आरोपियों को फांसी की सजा मिले।

वही अपने घर से दूर बाहर जाकर सेवा देने वाली महिला डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को लेकर ‘राष्ट्रव्यापी सुरक्षा नीति’ बनाई जाए। देश भर के मेडिकल कालेजो और छोटे बड़े सरकारी अस्पतालों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की जाए। साथ ही दुष्कर्म हत्या जैसे घृणित मामलों में कड़े कानून बनाकर ऐसे कृत्यों में शामिल आरोपियों को कड़ी सजा दिए जाने का प्रावधान हो। और मेडिकल व्यवसाय से जुड़े हुए हम सभी स्वास्थ्य कर्मी इस घटना की घोर निंदा करते हैं और अति शीघ्र न्याय की मांग करते हैं इधर शहर में महिला डाक्टरों और मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए डॉ डीपी पटेल ने बताया कि नाइट ड्यूटी के दौरान सिविल हॉस्पिटल की सुरक्षा व्यवस्था भी काफी खराब रहती है रात्रि सेवा में उपस्थित रहने वाले मेडिकल स्टाफ को हमेशा अपनी सुरक्षा की चिंता बनी रहती है हम प्रशासन से मांग करते हैं कि अस्पताल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए जावे।