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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में एक इनामी माओवादी दंपति समेत 12 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इन नक्सलियों पर कुल सात लाख रुपए का इनाम घोषित था।
शनिवार को इस बात की जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान भैरमगढ एरिया कमेटी, गंगालूर एरिया कमेटी और नेशनल पार्क एरिया कमेटी के 12 नक्सलियों ने वरिष्ठ अफसरों के सामने आत्मसमर्पण किया।
पुलिस के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में नेशनल पार्क एरिया कमेटी के अंतर्गत प्लाटून नंबर दो में ‘प्लाटून पार्टी कमेटी मेंबर’ मुन्ना मोड़ियाम (23), मुन्ना की पत्नी जननी मोड़ियम (23) और राजू पूनेम (29) शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मुन्ना के सिर पर पांच लाख रुपए तथा जननी और राजू के सिर पर एक-एक लाख रुपए का इनाम घोषित था।
वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भेदभावपूर्ण व्यवहार, उपेक्षा और प्रताड़ना से तंग आकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। अधिकारियों का कहना है कि सरेंडर करने वाले नक्सली साल 2005 से जवानों पर हमला करने, सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों और मशीनों में आग लगाने, बारूदी सुरंग विस्फोट, आगजनी, सड़क खोदने , आईडी ब्लास्ट करने तथा 2006 में एनएमडीसी खदान में हमला करने जैसी बड़े घटनाओं में संलिप्त रहे थे।
पुलिस के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के अनुसार 25-25 हजार रुपए नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि 2024 में अब तक 123 माओवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया है जबकि 273 माओवादियों को गिरफ्तार किया गया है।