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छत्तीसगढ़ के सबसे वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आखिरकार इस्तीफा दे दिया है। बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा के अध्यक्ष डॉ रमन सिंह को अपना इस्तीफा सौपा है। इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता अजय चंद्राकर, प्रेम प्रकाश पांडे, राजेश मूणत, सुनील सोनी, अनुज शर्मा और विधायक पुरंदर मिश्रा शामिल रहे हैं। बृजमोहन अग्रवाल की इस्तीफा के बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने यह कहा कि छत्तीसगढ़ के विधानसभा में बृजमोहन अग्रवाल की उपस्थिति का एहसास हमेशा होता रहेगा।
बृजमोहन अग्रवाल की इस्तीफा के बाद विधानसभा के अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने यह कहा कि बृजमोहन अग्रवाल ने 35 साल के विधायक का अनुभव मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ विधानसभा तक काम किया है। आज 5 लाख 50 हजार वोट से लोकसभा के लिए जीत के गए हैं। आज उन्होंने अपनी छत्तीसगढ़ विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। छत्तीसगढ़ के विधानसभा में बृजमोहन अग्रवाल की उपस्थिति का एहसास हमेशा होता रहा है। इतनी जीवंतता बनी रही है अब उनकी कमी हमेशा बनी रहेगी। अब राष्ट्रीय परिपेक्ष में उनको अवसर छत्तीसगढ़ की आवश्यकता को बताने का मौका मिलेगा।
बतादें कि 24 जून को संसद के नए सत्र में शामिल होने बृजमोहन अग्रवाल दिल्ली जाएंगे। इससे पहले मीडिया से इस्तीफा को लेकर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने संसद का चुनाव लड़वाया है तो सोच समझकर ही लड़वाया होगा। इसके साथ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अधिकारों में है कि वह 6 महीने तक मंत्री रह सकते हैं और जब भी मुख्यमंत्री कहेंगे वह अपना इस्तीफा दे देंगे।