नारायणपुर में मारे गए 8 नक्सलियों में से 6 पर था 48 लाख का इनाम

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में शनिवार को सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में मारे गए आठ नक्सलियों में से छह इनामी बताए जाते हैं। पुलिस ने रविवार को बताया कि इन वरिष्ठ कैडरों पर 48 लाख रुपये का नकद इनाम था। मारे गए नक्सली माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) मिलिट्री कंपनी नंबर 1 और माड डिवीजन सप्लाई टीम के कैडर थे। पुलिस ने शनिवार को नारायणपुर जिले के कुतुल-फरसबेड़ा और कोडतामेटा गांवों के नजदीक जंगलों में मुठभेड़ के दौरान आठ नक्सलियों को मार गिराने का दावा किया।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने रविवार को मुठभेड़ में मारे गए छह नक्सलियों की पहचान कर ली। इनमें से तीन सीपीआई (माओवादी) के डिवीजनल कमेटी (डीवीसी) के सदस्य थे। तीन अन्य पीपुल्स लिबरेशन ऑफ गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) कंपनी नंबर 3 के माड डिवीजन के सदस्य थे। दो नक्सलियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। मुठभेड़ में अन्य नक्सलियों के मारे जाने या घायल होने की संभावना है।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने बताया कि संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, कांकेर जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), एसटीएफ, आईटीबीपी की 53वीं बटालियन और बीएसएफ की 135वीं बटालियन के जवान शामिल थे। पांच दिन तक चले इस ऑपरेशन में महिला कमांडो ने विशेष भूमिका निभाई। सुरक्षा बलों ने मौके से एक इंसास राइफल, 303 राइफल के दो टुकड़े, 315 बोर राइफल के तीन टुकड़े, एक बीजीएल लांचर के साथ भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है।

शनिवार सुबह करीब 7 बजे कुतुल-फरसबेड़ा और कोडतामेटा गांवों के पास जंगल में हथियारबंद नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी थी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ खत्म होने के बाद अलग-अलग जगहों से वर्दी पहने चार महिलाओं समेत आठ नक्सलियों के शव बरामद किए गए। कई अन्य नक्सली घने जंगल और पहाड़ियों की आड़ लेकर भाग निकले। घटनास्थल पर मिले खून के धब्बे इस बात की ओर इशारा करते हैं कि मुठभेड़ में कई अन्य नक्सली घायल हुए होंगे या मारे गए होंगे।