रायगढ़: ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़ द्वारा IEEE प्रायोजित “स्मार्ट कंप्यूटिंग फॉर इन्नोवेशन एंड एडवांसमेंट इन इंडस्ट्री 4.0′ विषय पर तीन-दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सम्मेलन (OTCON 3.0) का आयोजन 5 जून से 7 जून 2024 के दौरान किया जायेगा। इंस्टीट्यूट ऑफ़ इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (IEEE) द्वारा प्रायोजित इस तृतीय अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी सम्मेलन का आयोजन हाइब्रिड (फिजिकल एवं वर्चुअल दोनों) माध्यम से किया जाएगा।सम्मेलन के संयोजक डॉ. भूपेश देवांगन ने बताया की उभरती हुई नई-नई डिजिटल टेक्नोलॉजीज तेजी से पूरे मूल्य श्रृंखला को बाधित कर रही हैं और स्मार्ट कंप्यूटिंग फॉर इन्नोवेशन एंड एडवांसमेंट इन इंडस्ट्री 4.0′ विषय को समर्पित यह कांफ्रेंस इसी दिशा में कार्य करने हेतु आयोजित की जा रही है। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मलेन का उद्देश्य दुनिया भर के उद्योग और शिक्षा के शोधकर्ताओं, शासकीय प्रतिनिधियों, उद्योगों और कॉर्पोरेट जगत से शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं तथा सभी स्टेकहोल्डर्स को एक साझा मंच प्रदान करना और इंटेलिजेंट कंप्यूटिंग, संचार और नेटवर्किंग, नवीकरणीय ऊर्जा और आईओटी के बहुआयामी क्षेत्र में अपने-अपने शोध, निष्कर्ष और परिणामो को सभी के साथ साझा करने का अवसर प्रदान करना है, जिससे सतत विकास की सभी संभावनाओं की तलाश की जा सके।
विश्वविद्यालय के कुलपति एवं सम्मेलन के चेयरमैन डॉ. आर. डी. पाटीदार ने कहा की स्मार्ट कंप्यूटिंग फॉर इन्नोवेशन एंड एडवांसमेंट इन इंडस्ट्री 4.0 विषय पर आधारित यह सम्मेलन सम्पूर्ण मध्य भारत में एक विशेष औद्योगिक सम्मेलन है, जिसमे इंटेलिजेंस सिस्टम, कंप्यूटर और संचार प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटर-डिसिप्लिनरी आदि के क्षेत्रों मे शोध एवं विकास से संबन्धित दुनिया भर के शिक्षाविद, शोधकर्ता और अन्य सभी संबंधित एकत्रित होकर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श एवं चिंतन कर सम्बंधित क्षेत्रों में सतत विकास हेतु सार्थक योजनाओं के निर्माण की पहल करने का प्रयास करेंगे। यह सम्मेलन IEEE MP अनुभाग द्वारा प्रायोजित है।
इस वर्ष OTCON 3.0 के प्रति प्रतिभागियों का उत्साह अभूतपूर्व स्तर तक पहुंच गया है। इस सम्मलेन के लिए दुनिया भर से 1200 से अधिक शोध पेपर सारांश प्राप्त हुए है। यह उल्लेखनीय प्रतिक्रिया उद्योग 4.0 के भीतर प्रगति में स्मार्ट कंप्यूटिंग के बढ़ते महत्व को रेखांकित करती है। यूके, यूएसए, ईरान, इराक, यूएई, इंडोनेशिया, फिलीपींस और मलेशिया आदि विविध देशों से प्राप्त ये शोध पेपर सारांश सम्मेलन की अंतर्राष्ट्रीय अपील और प्रासंगिकता का अनुकरण करते हैं। इस सम्मेलन में विविध देशों से आये एवं स्वीकृत 200 से अधिक तकनीकी पेपर हाइब्रिड मोड में प्रस्तुत किए जाएंगे। इस तीन- दिवसीय सम्मेलन मे उदघाटन एवं समापन सत्रों के आलावा कीनोट, पैनल डिस्कशन-सत्र एवं तकनीकी-सत्र आयोजित किए जाएंगे। सम्मेलन का उद्घाटन 5 जून को जिंदल सेंटर, रायगढ़ के सभागार में ओ पी चौधरी, वित्त मंत्री , छत्तीसगढ़ शासन, डॉ बंशीधर माझी (कुलपति- विएसएसयूटी, बुर्ला, ओड़िशा), पी. के. बीजू नायर (एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, जेएसपी, रायगढ़ ), प्रो. जी. एस. तोमर (चेयरमैन-आई ई ई ई, एम. पी. सेक्सन), डॉ राम बिलास पचौरी (प्रोफेसर आईआईटी, इंदौर) एवं डॉ आर. डी. पाटीदार (कुलपति- ओपी जिंदल विश्वविद्यालय, रायगढ़) एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियो की उपस्थिति में होगा।
तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मलेन में देश-विदेश से शामिल विषय विशेषज्ञ एवं प्रमुख वक्ता अपने विचारों को प्रस्तुत करेंगे। ज्ञातव्य हो कि रायगढ़ के पुंजिपथरा स्थित ओपी जिंदल विश्वविद्यालय की स्थापना 2014 में (राज्य बिल अधिनियम 13) देश के प्रतिष्ठित औद्योगिक समूह – जिंदल ग्रुप द्वारा देश और विदेश के छात्रों को विश्व स्तरीय शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से की गई थी। विश्वविद्यालय विश्वस्तर के पाठ्यक्रम, विश्वस्तरीय शिक्षक, आधुनिक शिक्षण विधियाँ, अत्याधुनिक बुनियादी ढाँचे और शिक्षार्थियों को एक जीवंत परिसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित यह विश्वविद्यालय इस्पात प्रौद्योगिकी और प्रबंधन का सबसे विशिष्ट और विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय बनने की ओर अग्रसर है। हाल ही में विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद् द्वारा NAAC “A” ग्रेड प्रदान किया गया है, जो की विश्वविद्यालय की अकादमिक एवं प्रशासनिक उत्कृष्टता को रेखांकित करता है।