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छत्तीसगढ़ में विदेशी करेंसी के नाम पर पिछले एक सप्ताह के भीतर 3 करोड रुपए से ज्यादा की ठगी का मामला सामने आ चुका है। इस बीच क्रिप्टोकरंसी के नाम पर एक युवक से हुई 30 लाख की ठगी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि इस पूरी ठगी के मामले में पुलिस को बड़ी रकम की रिकवरी नहीं मिली है।
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रहने वाले एक बिजनेसमैन सुशांत कुमार ने मुजगन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने जानकारी देते हुए बताया था कि उनकी मुलाकात पश्चिम बंगाल में अमित कुमार थापा नाम के युवक से हुई थी। जहां अमित के माध्यम से वेद प्रकाश और राजेंद्र सिंह ने नया बिजनेस बताया था। इस बिजनेस प्लान में उन्होंने दावा किया था कि सुशांत को हर महीने 10% का फायदा मिलेगा। उन्होंने जानकारी में यह भी बताया था कि उनके दो साथी मयूर कुमार और विजय कुमार सूरत में ई-कॉमर्स कंपनी चला रहे हैं। वह भी क्रिप्टोकरंसी में बड़ा मुनाफा कमा चुके हैं।
उनकी इन सब बातों में सुशांत आ गया और उसने पहली बार जुलाई 2022 को 5 लाख रूपए से इसकी शुरुआत की, धीरे-धीरे मुनाफे के चक्कर में उसने 2.5 लाख, 2 लाख और 50 हजार जैसी कई रकमों को अलग-अलग किस्तों में दिया। सुशांत ने बताया कि उसने करीब 30 लाख रुपए आरोपियों के बैंक खाते में ट्रांसफर किए हैं। वही जब पैसे जमा हो जाने के बाद कई महीनो तक प्रॉफिट की रकम नहीं मिली तो उसने अमित थापा से पैसे वापस मांगे, लेकिन वह बाद में टालमटोल करने लगा। इसके बाद सुशांत ने कंपनी की जानकारी जुटाई तो वह हैरान रह गया, क्योंकि कंपनी कुछ महीने पहले ही बंद हो चुकी थी।
पुलिस की माने तो यह पूरी ठगी क्रिप्टोकरंसी और शेयर मार्केट में निवेश करने और उसमें मुनाफा का झांसा दिए जाने के नाम पर हुई है। फिलहाल दोनों मामलों में आरोपी पुलिस की गिरफ्त के बाहर हैं। पुलिस ने इन दोनों मामलों को लेकर एफआईआर दर्ज कर ली है और जिनके खाते में रकम ट्रांसफर की गई है उनकी जानकारी जुटाने का काम कर रही है।