भाजपा को झोला उठा कर जाने की होगी शुरुआत-मेनका सिंह

रायगढ़ लोकसभा की जनता अब रबर स्टाम्प वाला सांसद बर्दाश्त नहीं करेंगी

रायगढ: लोकसभा रायगढ़ से प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशी घोषित होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। भाजपा से जहां राधेश्याम राठिया धुंआधार जनसंपर्क कर केंद्र की मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर मतदाताओं को रिझाने में जु़टे हैं और भाजपा के तीन जिले के नेता भी पार्टी प्रत्याशी को जीत के मुहाने तक ले जाने का प्रयास कर रहे हैं तो वहंीं कांग्रेस ने भी सारंगढ़ राजघराने की मेनका सिंह को मैदान में उतारकर भाजपा को कड़ी चुनौती देने का प्रयास किया है। प्रत्याशी घोषित होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता जहां कांग्रेस प्रत्याशी पर वार-प्रतिवार कर रहे हैं तो कांग्रेस कार्यकर्ता व कांग्रेंस प्रत्याशी मेनका सिंह भी उनके बयानों पर पलटवार करने से नहीं चुक रही है। जिससे अब चुनावी रंग चढ़ता हुआ दिखने लगा है।

रायगढ़ नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष पूनम सोलंकी के बयान पर कांग्रेस प्रत्याशी मेनका सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि 1976 में मेडिकल कॉलेज भोपाल से, डठठै पास कर इस क्षेत्र की पहली महिला डॉक्टर बनने के बाद मैंने किसी बड़े शहर के अस्पताल की नौकरी नही की। नर्सिंग होम नही खोला। इस पेशे से एक पैसा नही कमाया।बल्कि झोला लेकर सारंगढ़ के जंगली इलाको में आदिवासियों के इलाज में जीवन गुजारा है। कोढ़, फाइलेरिया, टीबी, घेंघा और दूसरी बीमारियों पर उनके काम को दुनिया भर में सराहा गया है। और पिछले 40 साल हजारों आदिवासियों, और दलितों की जिंदगियां बचाने में उनका मुफ्त दवाइयों से भरा झोला ही मददगार रहा है। शायद इस बात से पूनम वाकिफ हो गयी हैं।

ज्ञात हो कि भाजपा नेत्री पूनम सोलंकी ने उन्हें झोलाछाप डॉक्टर कहा था। डॉक्टर मेनका ने कहा कि पूनम अभी युवा है, और दूसरे आम युवाओं की तरह भारतीय जनता पार्टी की झोला छाप राजनीति से परेशान है। केंद्र की झोला छाप एंटायर इकॉनमिक्स ने देश पर ढाई सौ लाख करोड़ का कर्ज चढ़ा दिया है। बेरोजगारी और महंगाई से जनता त्राहि त्राहि कर रही है। इडी- सीबीआई को वसूली गैंग बनाने वाली मोदी सरकार का झोला उठवाना अब तय कर लिया गया है।
मेनका सिंह ने कहा कि रायगढ़ जिले को ऐसा सांसद चाहिए, जो रायगढ़ के मुद्दे, सन्सद में जाकर कहे।

न कि दिल्ली की भाजपा का एजेंडा रायगढ़ में आकर चलाये। रायगढ़ की जनता की आवाज है कि उसे अब एक पढा लिखा, समझ बूझ वाला प्रतिनिधि चाहिए।
इस बात की भनक लगते ही एक जीते हुए सांसद को रणक्षेत्र से भगाकर, अब एक नया प्रत्याशी लाई है। लेकिन रायगढ़ के जनता को एक रबर स्टाम्प की जगह, दूसरे रबर स्टाम्प को स्वीकार नही करेगी। मेनका ने कहा कि लोगो का आक्रोश चरम पर है, और लोकसभा के इस चुनाव परिणाम के साथ, रायगढ़ जिले से भाजपा का झोला उठने की शुरुआत हो जाएगी।