जगदलपुर. छत्तीसगढ़ से दर्दनाक खबर है. जगदलपुर जिले के सर्किट हाउस में एनआरआई की मौत हो गई. इस घटना के बाद सनसनी फैल गई. 70 वर्षीय बुजुर्ग बस्तर के विकास का सपना लेकर यहां आए थे. पुलिस का कहना है कि प्राथमिक जांच में लगता है कि मौत हार्ट अटैक से हुई है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट के बाद मौत की वजह स्पष्ट होगी. बुजुर्ग की टीम मेंबर का कहना है कि वे बस्तर के विकास के लिए उन्हें कई अधिकारियों से मुलाकात करनी थी. लेकिन, अब वो सपना ही रह गया. ये बस्तर के लिए किसी बड़े आघात से कम नहीं है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक एनआरआई का नाम अनिल पटेल था. वे मूलतः गुजरात के एहने वाले थे. उसके बाद वे लंदन चले गए थे. उनका सपना बस्तर का विकास करना था. वे 12 फरवरी को सर्किट हाउस में ठहरे थे. देर शाम अपनी टीम के साथ चर्चा करने के बाद वे कमरे में चले गए. 13 फरवरी की सुबह जब सर्किट हाउस के कर्मचारियों ने दरवाजा खटखटाया तो कोई आवाज नहीं आई. उसके बाद कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस की मौजूदगी में सर्किट हाउस का कमरा खोला गया. उसके बाद जब पुलिस कमरे में गई तो पटेल बिस्तर पर मृत मिले.
ये था एनआरआई का सपना
मृतक पटेल की टीम मेंबर रजिया ने बताया कि वे लंदन के रहने वाले थे. बस्तर को लेकर उनका सपना था कि यहां के लोगों के लिए कुछ करें. इसी बात को लेकर वे 12 फरवरी को ही यहां आए थे. वे लंदन से पहले फ्लाइट से हैदराबाद आए. उसके बाद हैदराबाद से फ्लाइट से जगदलपुर आए थे. यहां आकर वे कई चीजों पर चर्चा कर रहे थे. 13 फरवरी से हमारा काम शुरू होना था. लोगों से मुलाकात करनी थी. उन्हें कलेक्टर, एसपी, वन विभाग के अधिकारियों और कॉलेज संचालकों से मुलाकात करनी थी. कल शाम को मैं उन्हें सर्किट हाउस छोड़ गई थी. उसके बाद हमारी कोई बात नहीं हुई.
जीवट व्यक्ति थे अनिल
आज सुबह अचानक यहां के स्टाफ का फोन आया कि उनकी तबीयत खराब हो गई है. ये सुनकर मुझे भी कुछ समझ नहीं आया. वे 70 साल के थे और हार्ट पेशेंट भी थे. लेकिन, इसके बावजूद वे एक जीवट व्यक्ति थे. इसलिए मुझे लगा कि थकान की वजह से कुछ हुआ होगा. यहां आकर मुझे पुलिस ने बताया कि वे अब हमारे बीच नहीं रहे. ये हम बस्तर वालों के लिए बड़ा आघात है. वे यहां फूड प्रोसेसिंग यूनिट और ट्रेनिंग संस्थान की स्थापना करना चाहते थे.