पीएम मोदी सामान्य जाति में पैदा हुए, बाद में बने ओबीसी – राहुल गांधी

रायगढ़, 8 फरवरी। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का छग की सीमा में गुरुवार को प्रवेश हो गया। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे राहुल गांधी रेंगालपाली सभा स्थल पर पहुंचे। सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को आदिवासी, दलित और ओबीसी विरोधी बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सामान्य वर्ग में पैदा हुए। उनकी जाति को वर्ष 2000 में ओबीसी घोषित किया गया। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुरुवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले से रायगढ़ पहुंची। राहुल गांधी को जमकर स्वागत किया गया। न्याय यात्रा में शामिल होने छत्तीसगढ़ प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत, सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू, ताम्रध्वज साहू, अमितेष शुक्ल, कवासी लखमा, अमरजीत भगत, शैलेष नितिन त्रिवेदी, लालजीत सिंह राठिया, देवेंद्र यादव, उत्तरी गनपत जांगड़े, विद्यावती सिदार, सांसद ज्योत्सना महंत, प्रदेश कांगे्रस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मंत्री उमेश पटेल, ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष शरद पटनायक, विजय जांगिड़, जयसिंह अग्रवाल, चंदन यादव, शिव डहरिया, मोहन मरकाम सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।

युवा नेताओं की टोली व्यवस्था में लगी हुई थी। वहीं राहुल गांधी के साथ केंद्रीय नेता जयराम रमेश और राजगोपालन भी साथ चल रहे थे। राहुल गांधी ने रेंगालपाली की सभा में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जाति पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ओबीसी वर्ग के नहीं हैं। वे सामान्य जाति में पैदा हुए थे। गुजरात सरकार ने वर्ष 2000 में उनकी जाति को ओबीसी में शामिल किया। जिस जाति से नरेंद्र मोदी आते हैं, वह सामान्य वर्ग में आती थी। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा शुरू की थी, जिसमें कन्याकुमारी से कश्मीर तक गए। इस दौरान चार हजार किमी चले। बीजेपी देश में नफरत फैला रही है, हिंसा का माहौल बना रही है, उसके खिलाफ खड़े होने के लिए यात्रा निकाली गई। इसी यात्रा से नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान नारा निकला जो कांग्रेस की विचारधारा को बहुत गहराई से समझाता है।

अन्याय के खिलाफ है यात्रा
राहुल गांधी ने कहा कि जब पहली यात्रा खत्म हुई तो कई राज्यों से लोग आए और उन्होंने छूटे हुए राज्यों को जोडऩे के लिए दूसरी यात्रा करने की मांग रखी। इसीलिए मणिपुर से महाराष्ट्र तक दूसरी भारत जोड़ो यात्रा की शुरूआत की और इसमें न्याय शब्द जोड़ दिया। पहली यात्रा में हमने देखा कि देश में बहुत ज्यादा अन्याय हो रहा है। अलग-अलग वर्गों के साथ अन्याय हो रहा है, भाषाओं के साथ अन्याय हो रहा है, प्रदेशों के साथ अन्याय हो रहा है, महिला, किसानों, मजदूरों के साथ अन्याय हो रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि आज हिन्दुस्तान में युवाओं को रोजगार नहीं मिलता, बेरोजगारी है, महंगाई बढ़ती जा रही है, आदिवासियों की जमीनें छीनी जा रही है।

अगर अमीर-गरीब जाति है तो फिर खुद को क्यों कहते हो ओबीसी
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर जमकर टिप्पणियां कीं। उन्होंने कहा कि पीएम कहते हैं देश में अमीर और गरीब दो ही जातियां हैं। राहुल ने कहा कि अगर यही दो जातियां हैं तो पीएम खुद को ओबीसी का क्यों बताते हैं। केंद्र सरकार में 90 शीर्ष अफसरों में पांच-सात अधिकारी ही ओबीसी, दलित या आदिवासी हैं। इसीलिए जाति जनगणना की बात हो रही है। सभा के बाद राहुल गांधी सीधे नई दिल्ली रवाना हो गए। अब वे 11 फरवरी को वापस लौटेंगे और उसके बाद रायगढ़ शहर में पदयात्रा में शामिल होंगे।

महिला नेत्रियों को एंट्री नहीं मिली तो प्रकाश नायक धरने पर बैठे
राहुल गांधी की रेंगालपाली में सभा को लोग पूर्व विधायक प्रकाश नायक की वजह से भी याद रखेंगे। वीआईपी एंट्री गेट पर प्रकाश नायक ने हंगामा कर दिया। दरअसल अंदर जाने वाले नेताओं की सूची में नैना गबेल समेत कुछ महिला नेत्रियों का नाम नहीं था। प्रकाश नायक ने सभी महिलाओं को भी अंदर जाने देने की जिद की। यहां तक कि कांग्रेस सेवादल के सदस्यों से भी वे भिड़ गए और उनको भी रोक दिया। इस बात पर गेट पर मौजूद पुलिस कर्मियों से उनकी बहस हो गई। प्रकाश ने एक पुलिस आरक्षक से गाली गलौज और झूमाझटकी भी की। महिला नेत्रियों को अंदर नहीं जाने दिया गया तो प्रकाश वहीं धरने पर बैठ गए। बड़ी मुश्किल से उनको मनाकर अंदर ले जाया गया।
व्यवस्था की होती रही आलोचना
प्रकाश नायक का हंगामा करीब आधे-पौन घंटे तक चला। वे गेट पर खड़े होकर पुलिसकर्मियों से बहस कर रहे थे। काफी देर तक महिला नेत्रियों को अपने साथ अंदर ले जाने के लिए हुज्जत करते रहे। कांग्रेस के कई नेता थे जिनके नाम लिस्ट में नहीं थे। सभी लोग बाहर खड़े होकर अपनी ही पार्टी की व्यवस्था को कोस रहे थे। दरअसल अंदर जाने वालों की सूची कांग्रेस के दो-तीन नेताओं के पास ही थी। उस सूची को पुलिस अधिकारियों को दे दिया गया था। उसी हिसाब से वीआईपी गेट से एंट्री दी जा रही थी। कई स्थानीय नेताओं को प्रारंभ में एंट्री नहीं मिली। सभी बाहर खड़े होकर फोन लगाते रहे।

गिर गई राहुल गांधी की होर्डिंग
सभा स्थल से कुछ कदम की दूरी पर एक हादसा होते-होते रह गया। एनएच किनारे सर्विस रोड पर एक गेट बनाया गया था जिसमें राहुल गांधी और मलिकार्जुन खडग़े के आदमकद होर्डिंग भी लगे थे। तेज हवा में होर्डिंग का एक हिस्सा गिर गया। गनीमत रही कि उस समय कोई नीचे से आना-जाना नहीं कर रहा था। कार्यकर्ताओं की मदद से होर्डिंग को सीधा किया गया।

दो रहेगा कैम्प, तैयारी में जुटे कांग्रेस नेता
सभा के बाद ज्यादातर बड़े नेता रायगढ़ से वापस चले गए। 9 और 10 फरवरी को दो दिन का ब्रेक दिया गया है। दर्रामुड़ा में संजय अग्रवाल नामक कारोबारी की निजी जमीन को समतल कर कैम्प बनाया जा रहा है। कांग्रेस नेता अनिल अग्रवाल, योगेंद्र यादव और किरन पंडा यहां की तैयारियां देख रहे थे। इससे पहले झारसुगुड़ा जिले में कैम्प किया गया था। न्याय यात्रा में कांग्रेस सेवादल की पूरी टीम साथ चल रही है।

मंच के बैनर में ही मिली बड़ी गलती
राहुल गांधी जैसे राष्ट्रीय नेता के कार्यक्रम में गलती की कोई गुंजाइश नहीं होती। न्याय यात्रा के लिए रेंगालपाली में जो स्टेज बनाया गया था, उसके पीछे लगे बैनर में ही गलती थी। न्याय यात्रा का स्लोगन ही त्रुटिपूर्ण था। डरो मत सहो मत, न्याय का हम मिलने तक। हक की जगह हम लिख दिया गया था। इस पर भी कई कांग्रेस नेताओं में कानाफूसी होती रही।

सचिन पायलट का मिजाज उखड़ा
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के छत्तीसगढ़ में प्रवेश और ग्राम रेंगालपाली में जनसभा के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी सचिन पायलट के चेहरे पर जिस तरह का उत्साह का भाव उभरना था, आज वैसा कुछ नजर आया। इसका मतलब भी साफ है और सबब भी स्पष्ट है। राहुल गांधी की यात्रा जितनी धमाकेदार एंट्री होनी थी, वैसा मंजर वहां नहीं दिखा तो यह स्वाभाविक सी बात है कि नाराजगी और निराशा तो अवश्य होगी। राहुल गांधी की जनसभा के बाद सचिन पायलट ने नाराजगी व्यक्त करने से गुरेज नहीं किया। श्री पायलट ने प्रदेश के नेताओं को तड़ी भी दी। श्री पायलट के गुस्से की अनुगूंज आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ कांग्रेस की सियासत में निश्चित तौर पर देखने को मिलेगी।

उमेश पटेल ने मोर्चा संभाला
११ फरवरी से राहुल गांधी की न्याय यात्रा ग्राम दर्रामुड़ा से पुन: प्रारंभ होगी और रायगढ़ के बाद न्याय यात्रा खरसिया विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश करेगी। राहुल गांधी की न्याय यात्रा के मद्देनजर उमेश पटेल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उमेश पटेल का मानना है कि अब किसी प्रकार की कोई चूक नहीं होनी चाहिए। यही वजह रही कि उमेश पटेल दोपहर ०३ बजे से शाम ०७ बजे तक कांग्रेस भवन में डटे रहें। उमेश ने कांगे्रस नेताओं, पार्षदों व अन्य जनप्रतिनिधियों को वार्डवार भीड़ जुटाने का अलग-अलग टारगेट दिया है।

स्थल चयन को लेकर छिड़ी नई बहस
राहुल गांधी की ग्राम रेंगालपाली में जनसभा के दौरान अपेक्षित जनसैलाब नहीं उमडऩे से प्रदेश कांगे्रस के बड़े नेताओं में चिंता की लकीरें साफ तौर पर देखी जा सकती है। चिंता की इस कड़ी से प्रदेश कांग्रेस के सुप्रीमो दीपक बैज भी अछूते नहीं हैं। कांग्रेस में अब आमसभा के स्थल चयन को लेकर एक नई बहस भी छिड़ गई है। दरअसल, सभा स्थल की जितनी क्षमता थी, उसके अनुरूप भीड़ का अभाव रहा। कुर्सियां भी खाली दिखीं। व्यवस्था संबंधी भी खामियां रहीं। राहुल गांधी के सियासी कद के लिहाज से आमसभा की उपस्थिति को सम्मानजनक कतई नहीं कहा जा सकता है।

१.३८ बजे दिल्ली उड़े गांधी
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो परिवर्तन यात्रा ग्राम दर्रामुड़ा में ०९ व १० फरवरी को विश्राम करेगी। ११ फरवरी से न्याय यात्रा फिर आगे बढ़ेगी। राहुल गांधी जिंदल एयरस्ट्रीप से चार्टर प्लेन से दोपहर ०१ बजकर ३८ मिनट पर दिल्ली रवाना हुए। उनके साथ सचिन पायलट भी दिल्ली गए। जिंदल एयर स्ट्रीप पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, कोरबा सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत व पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने राहुल गांधी को विदाई दी।

जिंदल गेस्ट हाऊस में भूपेश बघेल ने किया लंच
जिंदल एयर स्ट्रीप से राहुल गांधी के दिल्ली रवाना होने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कुछ देर जिंदल गेस्ट हाउस पर रूके। कुछ समय तक सामान्य चर्चा करने के बाद श्री बघेल ने जिंदल गेस्ट हाऊस में लंच किया। भूपेश बघेल के साथ भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव व जिंदल स्टील एण्ड पावर के प्रबंध निदेशक सब्यसाची बंद्योपाध्याय ने भी दोपहर भोज किया। उसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री रायपुर के लिए रवाना हुए।

विधायकों ने अपनी भूमिका के साथ न्याय नहीं किया
लोकसभा चुनाव के नजरिये से राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा की महत्ता को कांगे्रस भली-भांति जानती व समझती है। विधानसभा चुनाव में राजस्थान, मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में पार्टी को मिली करारी हार के बाद कांग्रेसियों का मनोबल बुरी तरह टूट चुका है। हताशा के इन पलों में कांग्रेस संगठन को राहुल की न्याय यात्रा से संबल मिलने की पूरी अपेक्षा थी लेकिन जमीनी हकीकत इससे एकदम परे रही। रायगढ़ व सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कांग्रेस विधायकों ने राहुल की न्याय यात्रा को अत्यंत गंभीरता से नहीं लिया, जो अपेक्षित था। कांग्रेस विधायक कार्यकर्ताओं में जोश व उत्साह का रंग भरते तो शायद यह नौबत नहीं आती। आईना दिखाने वाले कार्यकर्ताओं को विधायक साध नहीं सके जिसका नतीजा आज सबके सामने है।

कांग्रेस भवन में चला चिंतन-मनन का दौर
आज राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को सार्थक प्रतिसाद नहीं मिल सका। इस गलती से सबक लेते हुए कांगे्रस ने नए सिरे से प्रयास शुरू कर दिए हैं। प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व अब इस कोशिश में जुट गयी है कि ११ फरवरी को राहुल गांधी की न्याय यात्रा को इतना विराट स्वरूप दिया जाए कि भाजपा में बेचैनी बढ़ जाए। राहुल गांधी के दिल्ली रवाना होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कांग्रेस भवन में एक आवश्यक बैठक आहूत की जिसमें राहुल गांधी के आज की यात्रा के संदर्भ में समीक्षा की गयी। कांग्रेस ने इस विषय पर भी चिंतन-मनन किया कि आखिरकार ऐसी परिस्थितियां क्यों निर्मित हुई? बैठक में पूर्व मंत्री उमेश पटेल व प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष आकाश शर्मा भी उपस्थित रहें।

यूथ कांग्रेस व भाराछासं एक्टिव रहे
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस की यूथ बिग्रेड एक्टिव मोड में नजर आई। युवा कांग्रेस व एनएसयूआई नेताओं को जितनी जवाबदेही सौंपी गई थी, उन जिम्मेदारियों के अनुरूप युवा नेताओं ने अपनी महती भूमिका अदा की। उत्साह व जोश के साथ स्वागत-सत्कार करना यूथ बिग्रेड की पहचान मानी जाती है। इस दृष्टिकोण से यूथ कांग्रेस के महासचिव राकेश पाण्डेय, रवि पाण्डेय, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष आशीष जायसवाल, पार्षद व जिला एनएसयूआई क अध्यक्ष आरिफ हुसैन, आशीष यादव, आकाश मिश्रा व शाहनवाज खान मैदान में डटे रहे।

कांग्रेसियों की जमकर क्लास ली दीपक बैज ने
राहुल गांधी की रेंगालपाली में जनसभा के बाद कांग्रसियों के चेहरों पर हवाईयां उडऩे लगी है। इसके साईड इफे क्ट तो बाद में देखने को मिलेंगे मगर तात्कालिक प्रतिक्रिया साफ तौर पर नजर आने लगा है। विज्ञप्तिवीरों व लफ्फाजों की बातों पर यकीन करने का परिणाम संगठन के नेताओं को अब समझ में आ चुका है। कांग्रेस का अब पूरा फोकस ११ फरवरी पर है ताकि डैमेज कंट्रोल किया जा सके। जनसभा के हश्र के बाद दीपक बैज अचंभित भी है और आश्चर्यचकित भी कि ऐसा कैसे हो सकता है। २० हजार की भीड़ जुटाने का टारगेट था और ५ हजार लोगों का टोटा पड़ जाए। स्थानीय कांग्रेस भवन में आज शाम आहूत की गई आपात बैठक में दीपक बैज अपना आक्रोश छिपा नहीं सके। श्री बैज ने यह कहने में तनिक संकोच नहीं किया कि आप लोगों ने गुमराह किया है। कांग्रेस नेताओं ने पूर्व में पीसीसी चीफ को जानकारी दी थी कि आसपास में २० हजार लोग जुटेंगे। बकौल, श्री बैज १५ हजार नहीं तो १० हजार लोग तो आमसभा में एकत्रित होते, लेकिन हुआ इसके ठीक विपरीत। इसलिये छत्तीसगढ़ कांग्रेस सह प्रभारी द्वारा चंदन यादव व विजय जांगिड़ भी भन्नाए बिना नहीं रह सके। दीपक बैज ने साफ शब्दों में चेता दिया है कि ११ फरवरी को कुछ गड़बड़ हुई तो ध्यान रखना……!

हुल से मिले विभाष
रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र के प्रथम यूथ कांग्रेस अध्यक्ष विभाष सिंह ठाकुर ने सांसद राहुल गांधी से मुलाकात की। श्री गांधी से भेंट होने के बाद विभाष के चेहरे पर संतुष्टि व खुशी के भाव थे।

पड़ाव स्थल पर डटे चीकू व किरण
राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल १२५ लोगों से अधिक की टीम के रहने व खाने की व्यवस्था के लिए ग्राम दर्रामुड़ा में एक शिविर बनाया गया है जिसे नाम दिया गया है पड़ाव स्थल का । इस कैम्प में टीम राहुल गांधी के मेम्बर्स ९ व १० फरवरी को भी रहेंगे। यहां की व्यवस्था की जिम्मेदाारी रायगढ़ जिले के पर्यवेक्षक अनिल अग्रवाल चीकू व जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के उपाध्यक्ष किरण पंडा सम्हाल रहे है। उक्त दोनों नेता टीम राहुल गांधी की टीम के सेवा-सुश्रुषा में जुटे है।