मोबाइल में दिखाए जाने वाले एक्शन,स्टंट्स एवं अश्लीलता परोसने वाली साइट्स की बदौलत आज युवा वर्ग भी उन्हीं के नक्शे कदम पर बेफिक्र होकर नशे का शिकार हो रहे हैं। इसे नशे की लत कहें या कहे माता पिता की लापरवाही ।
ध्यान देने योग्य बात ये है की आज का युग आधुनिकता का युग है पर आधुनिकता के होड़ में युवा पीढ़ी ने खुद को बर्बाद करने के सारे रास्ते अख्तियार कर लिए है। आज सड़को में ,गली मोहल्ले , चौक चौराहे पर या किसी सुनसान स्थान पर आपको युवा स्कूली बच्चे सिगरेट एवं शराब पीते या मोबाइल पर अश्लील चीजें देखते आसानी से मिल जाएंगे । अब ईसे स्कूल प्रबंधन की लापरवाही भी कह सकते है और माता पिता की बिगड़ैल परवरिश भी ।माता पिता द्वारा बच्चों की हर जिद पूरी करना,उनके लिए सारे शौक सुविधाएं उनके कहने पर पेश कर देना , उन्हे गलत चीजों पर न टोकना ,उन्हे खुली आजादी देना और सबसे अहम अपने काम के लिए बच्चों को मोबाइल पकड़ा देना ये सब असल वजह है । और यही बच्चे स्कूल कॉलेज जाने के नाम पर कहीं अपने आवारा दोस्तो के साथ बैठकर चोरी छुपे सिगरेट शराब पीते नजर आते है तो इसमें स्कूल प्रबंधन की भी बड़ी लापरवाही कही जाएगी ।
आज युवा पीढ़ी को हार्ट अटैक,और विभिन्न बीमारियां घेर रही है , बेमौत बच्चो की मौत हो रही है ।इन सबका कारण देश की कानून व्यवस्था को भी दिया जा सकता है । सिगरेट ,शराब और अश्लील साइट्स को खुलेआम चलने देना , सोशल मीडिया में अश्लीलता फैलाने वाले को बढ़ावा देना उन पर कोई कानूनी कार्यवाही न कर उन्हे न रोकना इन सब कारणों से भी युवा वर्ग बेखौफ होकर अपनी मौत की तरफ बढ़ रहे है । ऐसे ही अगर चलता रहा तो वो समय दूर नही जब युवा पीढ़ी बढ़ने से पहले ही नष्ट हो जाएगी।
मेरी यानी पूजा जायसवाल की प्रशासन और कानून व्यवस्था से यही विनती है की देश को बचाने के लिए देश की युवा पीढ़ी को बचाने के लिए कोई ठोस कदम कोई ठोस कानून बनाए जाएं जिससे युवा वर्ग को इन बुरी चीजों से बचाया जा सके एवं उनके अच्छे भविष्य के लिए समय समय पर उन्हे कड़ाई से कानून का पालन करने की समझाइश भी दी जाए । और जहां भी सिगरेट ,शराब या अश्लील वीडियो फोटो मोबाइल में देखते पकड़े जाए उन पर कानूनी कार्यवाही की जाए ।
लेखन पूजा जायसवाल (जनहित में जारी)