चक्रधरनगर टी आई प्रशांत राव आहिरे ने जमीन के मामले में दिखाई सक्रियता



पीड़ित दलित परिवार के घर जाकर उन्हें निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया

वहीं जमीन दलालों और उनके गुर्गों को लगाई फटकार

रायगढ़

मेडिकल कालेज रोड से एकताल मुख्यमार्ग पर स्थिति एक दलित किसान की विवादित आबंटित भूमि पर शहर के नामचीन और दबंग जमीन माफियाओं की नजर लगी हुई थी। जिसके कारण किसान सहनी राम चौहान पर उनका दबाव बढ़ता जा रहा था।

माफिया करोड़ों की कीमत की इस जमीन को किसी भी कीमत पर हथियाना चाह रहे हैं। इसके लिए उन्होंने साम दाम दण्ड भेद की नीति अपनाते हुए जमीन के वास्तविक स्वामी दलित किसान सहनी राम चौहान को प्रलोभन देने के अलावा घर जाकर धमकाना और कुछ गांव वालों को इस्तेमाल कर दबाव बनवाना शुरू किया।

आपको बताना चाहेंगे कि पीड़ित किसान शहर के नामचीन भू माफिया अमित रतेरिया से भूमि के संबंध में न्यायालीन लड़ाई लड़ ही रहा था कि भूमि में कोर्ट की जारी प्रकिया के बीच जमीन माफिया अमित ने तत्कालीन महिला पटवारी के साथ सांठ गांठ कर भूमि की वास्तविकता को छुपाते हुए उसमें का एक टुकड़ा करीब 70 लाख रु में किसी प्रतिभा संजय जैन को बेच दिया।

जिसके जानकारी होने के बाद पीड़ित किसान ने पुनः लिखित शिकायत संबंधित थाने में देकर राजस्व न्यायालयों में दोनो के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करवाया। पीड़ित किसान सहनी राम के बताए अनुसार अभी यहां की जांच चल ही रही थी इसी दरमियान पुनः जमीन माफिया अमित ने भूमि के बचत टुकड़े को उ प्र निवासी महेंद्र जयसवाल को बेच दिया।

अब भूमि का सौदा कर बयाना राशि देने वाले उप्र निवासी दबंग जमीन कारोबारी महेंद्र जयसवाल ने पीड़ित किसान को बल पूर्वक दबाव बनाते हुए उसे अपने लोगों से खाकर घर से उठवाकर गांजे के केस में झूठा फसाने की धमकी देते हुए कुछ पूर्व लिखित कागजों में हस्ताक्षर करवा लिए,और उसे डरा धमका कर घर भेज दिया।

संबंधित घटना की शिकायत पीड़ित सहनी राम ने थाना चक्रधर नगर में की और संवेदनशील थाना प्रभारी प्रशांत राव अहिरे को वस्तुस्थिति बताई। जिसके बाद एक्शन मोड में आए थाना प्रभारी ने घटना की जांच शुरू की और पीड़ित दलित किसान के घर जाकर पहले उन गांव वालों को कड़े शब्दो में समझाईश दी। जो महेंद्र जयसवाल और अमित रतेरिया के कहने पर पीड़ित के घर जाकर उसे डरा धमका रहे थे।

उसके बाद उ प्र निवासी कुख्यात जमीन माफिया महेद्र जयसवाल को थाना तलब कर उसे भी कड़े शब्दों में समझाईश देते हुए कहा कि दुबारा इस तरह कानून हाथ में लेने का काम न करे। पीड़ित की शिकायत पर चक्रधर नगर पुलिस जांच की कार्यवाही कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि भूमि का यह विवाद न्यायालीन प्रक्रिया में है अतः पुलिस के सीधा हस्तक्षेप योग्य नहीं है।
फिर भी कानून व्यवस्था के विरुद्ध कोई कार्य वो किसी को करने नही देंगे।

इस तरह उनकी संवेदनशीलता देख कर पीड़ित दलित किसान सहनी राम और उसका पूरा परिवार थाना प्रभारी प्रशांत राव अहिरे से अभिभूत हुआ है। दोनो गरीब पति पत्नी थाना प्रभारी को बारम बार धन्यवाद दे रहे हैं। बीते एक सप्ताह की परेशानी के बाद दो दिनों से पीड़ित किसान सहनी अपने परिवार के साथ सुकून से अपने उसी गांव घर में रह रहा है,जिसे वो परिवार सहित छोड़ने को तैयार हो गया है। अब उसे पूरी उम्मीद है कि एक दिन सच्चाई की जीत जरूर होगी और उसे उसके पिता से ठग कर ली गई भूमि वापस जरूर मिलेगी।।