रायगढ़। दशहरा के समापन के बाद अब रायगढ़ शहर में दिवाली की तैयारियां तेज़ी से शुरू हो चुकी हैं। दीपावली पर मिट्टी के दीयों की मांग में बढ़ोतरी होती है, लेकिन कुम्हार समाज के लिए अपने उत्पादों को बेचने के लिए उचित स्थान की समस्या पिछले कई वर्षों से बनी हुई है। कुछ वर्ष पहले कुम्हार समाज की मांग पर निगम प्रशासन ने शासकीय नटवर स्कूल मैदान में दीपावली बाजार लगाने का प्रस्ताव रखा था, लेकिन यहां फुटकर व्यापारियों के लिए पर्याप्त मात्रा में जगह न होने के कारण वहां आए दिन आपसी विवाद की स्थिति पैदा होती रहती है।
कुम्हार समाज के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता देवेंद्र कुमार चक्रधारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रशासन से आग्रह किया है कि इस बार दीपावली बाजार के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएं, ताकि कुम्हार समाज के व्यापारियों को उचित स्थान मिल सके। उन्होंने कहा कि मिट्टी के दीयों की बिक्री के लिए कुम्हार समाज को एक प्रमुख स्थान उपलब्ध कराया जाए, जिससे वे अपनी मेहनत का सही लाभ उठा सकें और शहरवासी परंपरागत दीयों से अपना त्योहार मना सकें।
चक्रधारी ने यह भी मांग की है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस मुद्दे का समाधान निकाले और बाजार की योजना इस तरह से तैयार की जाए कि सभी व्यापारियों को उनकी जरूरत के मुताबिक जगह मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी सुधारने की अपील की, जिससे बाजार और शहर में अव्यवस्था न फैले। कुम्हार समाज का यह दृढ़ मत है कि जिला प्रशासन इस बार ठोस कदम उठाए और समाज के हित में ऐसा निर्णय ले जिससे दीपावली बाजार में शांति व्यवस्था बनी रहे और सभी व्यापारी सम्मानजनक तरीके से अपना व्यापार कर सकें।