नई दिल्ली:
विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले महीने कजाकिस्तान में होने वाली शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे. ये निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बैठक में शामिल न होने के फैसले के बाद लिया गया है. गौरतलब है कि, पूर्व में भारत की ओर से आगामी 3-4 जुलाई को आयोजित SCO शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी के शरीक होने की सूचना दी थी, जिसके तहत सुरक्षा टीम ने कजाकिस्तान का दौरा भी किया था, मगर अब अंतिम वक्त पर पीएम मोदी की जगह विदेश मंत्री एस जयशंकर इस सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने शुक्रवार को नियमित मीडिया ब्रीफिंग में इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, SCO शिखर सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व जयशंकर करेंगे. इसके अतिरिक्त जयसवाल ने इससे जुड़ी कोई अन्य जानकारी नहीं दी..
हालांकि भारतीय पक्ष ने आधिकारिक तौर पर शिखर सम्मेलन में भाग न लेने के प्रधानमंत्री के फैसले के कारणों का खुलासा नहीं किया है. मगर जानकारों की मानें तो, पीएम मोदी के न जानें के पीछे मुख्य तौर पर उनकी संसद में व्यस्तता और चीन के साथ तनावपूर्ण संबंध कारण बताए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि, बीते मंगलवार राष्ट्रपति कासिम-जोमार्ट टोकायेव और पीएम मोदी के बीच फोन वार्ता पर भारतीय पक्ष ने कजाकिस्तान के सामने इसकी चार्चा की थी. विदेश मंत्रालय ने बताया कि, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई और पीएम मोदी ने अस्ताना में SCO शिखर सम्मेलन की सफलता के लिए भारत के पूर्ण समर्थन की बात कही.
बता दें कि, कजाकिस्तान की यात्रा से प्रधानमंत्री का चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तान के राष्ट्रपति शहबाज शरीफ से आमना-सामना होना तय था. SCO के नौ सदस्य देश भारत, चीन, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान हैं.