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छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में सतनामी समाज के द्वारा किए जा रहे आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्ट्रेट बिल्डिंग में आग लगा दी है। बताया जा रहा है कि आज में सरकारी दफ्तर के बाहर खड़ी गाड़ियां समेत पूरी बिल्डिंग जलकर खाक हो गई है। जानकारी के मुताबिक सतनामी समाज के लोग जैतखाम काटने के विरोध में आज कलेक्टर निवास का घेराव करने निकले हुए थे। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में सतनामी समाज के लोग आंदोलन कर रहे थे। इस आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा को भेद कलेक्टर कार्यालय तक पहुंच गए और कलेक्टर कार्यालय परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई थी लेकिन पुलिस इनको रोकने में नाकामयाब रही।
बताया जा रहा है कि सतनामी समाज के सैकड़ो की संख्या में लोग कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर रहे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के द्वारा कलेक्टर परिसर में खड़ी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। गाड़ियों की आग इतनी भयंकर थी कि उस आग में कलेक्टरेट बिल्डिंग धू-धू कर जलने लगी। आग लगने के बाद कलेक्टर कार्यालय में कार्य कर रहे कर्मचारियों को सुरक्षित पीछे के दरवाजे से निकल गया।
बतादें कि बीते दिनों गिरोदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास की तपोभूमि के जैतखाम को काटे जाने के बाद सतनामी समाज के लोगों के द्वारा सीबीआई जांच की मांग की गई थी, जिसे लेकर समाज के लोग आज प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं इस पूरे मसले को लेकर प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने सतनामी समाज की मांग पर न्यायिक जांच की बात कही थी। जिसके बाद भी समाजके लोग आज कलेक्ट्रेट कार्यालय का घिराव करने के लिए पहुंचे हुए थे।
दरअसल सतनामी समाज के आस्था के प्रमुख केंद्र गिरोदपुरी धाम से यह पूरे मामले की शुरुआत हुई है। महकोनी गांव के पास गुरु घासीदास जी के श्रेष्ठ पुत्र गुरु अमरदास जी के नाम से अमर गुफा स्थित है। जहां रोजाना सुबह शाम पूजा की जाती है। यहां पर कई वर्षों से गुरुगद्दी और जैतखाम स्थापित है। बताया जा रहा है कि बीते 15 मई की रात में असामाजिक तत्वों ने सुनियोजित ढंग से तीन जैतखाम को आरी से काटकर उसे नीचे फेंक दिया था, जिसके बाद से यह पूरा विवाद शुरू हुआ है।