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लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम सामने आ चुके हैं। छत्तीसगढ़ की सभी 11 सीटों में से 10 में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की है। वहीं इस बीच छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से आने वाले चार ऐसे प्रत्याशी जिन्होंने जिले से बाहर जाकर दूसरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा उन सभी को हार का सामना करना पड़ा है। चाहे बीजेपी का प्रत्याशी हो या फिर कांग्रेस का जनता ने एक प्रकार से बाहरी प्रत्याशी को नकार दिया है।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से आने वाले कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व मंत्री ताम्रध्वज साहू और भारतीय जनता पार्टी की नेत्री भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे ने अपने जिले से बाहर जाकर चुनाव लड़ा। जहां भूपेश बघेल ने राजनांदगांव लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, ताम्रध्वज साहू ने महासमुंद लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने बिलासपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, और भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे ने कोरबा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा है। छत्तीसगढ़ में यह चारों ऐसे नेता हैं जिनका पार्टी और प्रदेश में बड़ा दबदबा है। बावजूद इसके जब लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आए तो इन सभी को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है।
हार की क्या रही वजह?
अगर दुर्ग जिले से आने वाले इन सभी चारों प्रत्याशियों की बात करें तो जिसमें कांग्रेस के तीन और भारतीय जनता पार्टी की एक प्रत्याशी को लोकसभा के चुनाव में हार मिली है। कहीं ना कहीं इस हार की एक बड़ी वजह दूसरे जिले से ताल्लुक रखना भी है। ऐसा भी कह सकते हैं कि जनता ने इन्हें बाहरी मानते हुए चुनाव में स्वीकार नहीं किया और यही वजह रही कि इन्हें हार का सामना करना पड़ा है।