कैरेक्टर पर शक करता था, इसलिए बीवी ने बेटे और भतीजे के साथ मिलकर हत्या की

रायपुर के आमानाका इलाके में हुई गार्ड की हत्या मामले का खुलासा हो गया है। असल में गार्ड की हत्या उसकी पत्नी ने उसके बेटे और भतीजे के साथ मिलकर करवाई थी। हत्या को इतने शातिराना ढंग से अंजाम दिया गया था कि पुलिस को आरोपियों तक पहुंचने में 6 दिन लग गए। इस मामले में आमानाका पुलिस ने आरोपी पत्नी, नाबालिग बेटे, भतीजे और 2 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है।

दरअसल शुक्रवार 24 मई को चंगोराभाठा निवासी कल्याण यादव (51 वर्ष) की लाश टाटीबंध ब्रिज के पास एक नाले में मिली थी। कल्याण आमानाका इलाके के एक ट्रक गैरेज में गार्ड था। लाश गैरेज से कुछ ही दूरी पर नाले में पाई गई थी। जिसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी।

सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी और इस मामले में जांच शुरू की थी। पुलिस को बॉडी के सिर और कान में चोट के निशान मिले थे। पुलिस को आशंका थी कि आरोपियों ने किसी भारी और धारदार समान से उस पर वार किया जिससे गार्ड की मौत हो गई। इसके बाग लाश को नाले में फेंक दिया। पुलिस मृतक के परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही थी।

पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि मृतक कल्याण अपनी पत्नी रोहिणी यादव और शादीशुदा साली के चरित्र पर शंका करता था। जिसके चलते कल्याण की उसकी पत्नी के साथ कई बार विवाद हो चुका था। बताया जाता है कि इसी वजह से उसकी पत्नी अपने नाबालिग बेटे के साथ अलग रहती थी।

वहीं मृतक की साली रानी यादव अपने परिवार के साथ भिलाई में रहती थी। इसी दौरान उसके बेटे आदित्य यादव (22 वर्ष) को जब यह बात पता चली कि कल्याण यादव उसकी मां के चरित्र को लेकर गलत बात करता है, तो उसने भी मारपीट की थी।

पुलिस को जांच में पता चला कि इस वारदात की पूरी प्लानिंग मृतक की पत्नी रोहणी ने अपने भतीजे आदित्य यादव और नाबालिग बेटे के साथ मिलकर रची थी। इसके लिए आदित्य ने खुर्सीपार भिलाई से दो नाबालिग लड़कों को भी बुलाया। उसने इन लड़कों हत्या में मदद करने के बदले 50 हजार रुपए देने का वादा किया था।

बताया गया कि वारदात वाले दिन कल्याण की पत्नी अपने बेटे के साथ के ओवर ब्रिज पर चढ़ गई। फिर वहां से पति की हत्या होते देखते रही। आरोपियों ने पत्नी के सामने ही कल्याण को चाकू और पत्थर से सिर फोड़कर मार डाला। इसके बाद कल्याण की लाश को नाले में फेंक दिया और वहां से भाग निकले।