थाना प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि यूपी के कौशांबी की रहने वाली छात्रा कोटा में एक पीजी आवास में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। 23 अप्रैल को अनंतपुरा थाने में उसके लापता होने की सूचना दी गई थी।
वह 21 अप्रैल को परीक्षा देने के लिए कोचिंग इंस्टीट्यूट गई, लेकिन लौटी नहीं। उसके परिवार के सदस्यों के कई बार कॉल करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला। मकान मालिक ने उसके लापता होने की सूचना उसके परिवार वालों को भी दी और वे उसकी तलाश में कोटा पहुंचे।
कोटा छोड़ने से पहले उसने अपने कमरे में एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें चंबल नदी में कूदने की अपनी योजना बताई थी। नोट के आधार पर पुलिस ने नदी में छात्रा की तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला।
इस बीच, पुलिस जांच के दौरान छात्रा की नोटबुक में राधा और रानी का नाम लिखा हुआ पाया गया, जबकि जांच में पता चला कि छात्रा होली पर वृंदावन गई थी और वहां इस्कॉन मंदिर के पास रुकी थी। इसके बाद पुलिस ने दो टीमें बनाईं, जिनमें से एक चंबल में उसकी तलाश करती रही और दूसरी टीम वृंदावन चली गई। हालांकि, छात्रा दोनों जगह नहीं मिली।
मंगलवार शाम को उसकी लोकेशन लुधियाना में पाई गई, जिसके बाद पुलिस की एक टीम पंजाब के लुधियाना शहर पहुंची, जहां पाई गई। पुिलस उसे वापस कोटा ले आई, जहां उसे उसके परिवार को सौंप दिया गया।
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