छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा है कि निर्वाचन की विश्वसनीयता, निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखना ही निर्वाचन अधिकारी की योग्यता की कसौटी है। निर्वाचन अधिकारी के प्रत्येक काम में यह प्रदर्शित होना चाहिए। उन्होंने सोमवार को राजधानी रायपुर में लोकसभा चुनाव के लिए अधिकारियों के सर्टिफिकेशन कार्यक्रम के शुभारंभ के दौरान यह बातें कहीं।
ज्ञात हो कि कल लोकसभा चुनाव से पूर्व नई पदस्थापना पाने वाले जिला निर्वाचन अधिकारियों के लिए दो दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम शुरू हुआ,जो आज भी जारी रहेगा। कंगाले ने इस मौके पर लोकसभा निर्वाचन-2024 में बीते विधानसभा निर्वाचन-2023 की तरह बेहतर और सुगम निर्वाचन की दिशा में कार्य करने का आह्वान किया। दोनों प्रशिक्षणों के शुभारंभ अवसर पर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी द्वय श्री पी.एस. ध्रुव तथा डॉ. के.आर.आर. सिंह सहित मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी और रिटर्निंग अधिकारी के दायित्वों, मतदाता सूची के पुनरीक्षण, आदर्श आचरण संहिता सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर दी जा रही जानकारियों को आत्मसात कर आगामी लोकसभा निर्वाचन में निर्वाचन कार्य में नियोजित अधिकारीगण निष्पक्ष एवं पारदर्शी निर्वाचन सुनिश्चित करने हेतु निष्ठापूर्वक अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करें।
प्रशिक्षण में राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर्स डॉ. के.आर.आर. सिंह, यू.एस. अग्रवाल, प्रणव सिंह, श्रीकांत वर्मा, पुलक भट्टाचार्य एवं गीता दीवान सहित राज्य स्तर के अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईव्हीएम) तथा व्हीव्हीपेट के उपयोग, मतदान दल एवं दिव्यांग मतदाता की सहूलियतों, पेड न्यूज़, मीडिया तथा मीडिया मॉनिटरिंग कमेटी, मतगणना तथा परिणाम की घोषणा के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग तथा मतगणना एप्लीकेशन पर भी जानकारी दी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि निमोरा स्थित छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी में इंडिया इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेसी एंड इलेक्शन मैनेजमेंट (आईआईआईडीईएम) द्वारा सहायक रिटर्निंग अधिकारियों के लिए 19 फरवरी से 23 फरवरी तक पाँच दिवसीय सर्टिफिकेशन कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। प्रशिक्षण में 11 रिटर्निंग अधिकारी, 15 जिला निर्वाचन अधिकारी, 33 उप जिला निर्वाचन अधिकारी तथा 90 सहायक रिटर्निंग अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।