रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा में 8 फरवरी यानी चौथे दिन की कार्यवाही हंगामेदार रही. सदन में महादेव सट्टा एप और नक्सली मुठभेड़ सहित कई मुद्दे उठाए गए. इस बीच उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सदन में बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ ही दिनों में बस्तर में लाल सलाम नहीं होगा, जय श्री राम होगा. विधायक लता उसेंडी के सवाल कि नक्सली घटनाएं क्यों अधिक बढ़ रही हैं, इस पर उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार में इच्छा शक्ति की कमी थी. अब हम आगे बढ़ रहे हैं तो मुठभेड़ दिख रही है. अभी जो कैंप बन रहे, हैं वो ग्रामीणों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए बन रहे हैं.
इस बीच विपक्ष ने सवाल उठाया कि कैंप खोलने से नक्सली मुठभेड़ क्यों हो रही है. क्या आपकी सरकार ने जिन निर्दोषों को जेल भेजा है, उन्हें रिहा करेगी? इस पर डिप्टी सीएम शर्मा ने कहा कि यह विषय महत्वपूर्ण है. इस पर स्पष्ट चिंतन होना चाहिए किस तरह से शांति आए, विकास की गंगा बहे. सारे स्थानों पर कैंप खोले जा रहे हैं. सेना जंगलों के अंदर जा रही है. इसलिए मुठभेड़ हो रही है और आगे नक्सलवाद खत्म होगा. दूसरी ओर, विधायक राजेश मूणत ने सदन में महादेव सट्टा एप का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि सट्टे के माध्यम से युवाओं को ठगने का काम किया गया है. सट्टा एप के माध्यम से करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ है.
महादेव सट्टा एप पर हंगामा
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि भटके हुए नौजवान इसमें फंसे और उन्होंने बर्बादी का रास्ता चुना. इसमें 2022 से 90 एफआईआर दर्ज हुई हैं. दुबई मे कुछ लोग हैं उन्होंने सट्टा एप को संचालित किया है. सरकार की तरफ से लुक आउट नोटिस जारी हुआ है. 221 बैंक एकाउंट का ट्रांसेक्शन रोक दिया गया. इस मामले में सरकारी महकमे के लोगों पर भी कार्रवाई हुई है. 2 लोग अब भी जेल में हैं. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि सट्टा एप की राशि कहां जाती है. दुबई तक कैसे राशि पहुंच जाती थी. इसकी जांच कराई जा रही है. विभाग ने आगे बढ़कर लोगों के फरार होने का आवेदन कोर्ट में दिया है. जो लोग नागपुर से दुबई बारात लेकर चार्टर्ड प्लेन से गए, उन बारातियों की सूची भी हम ले रहे हैं. सूची सामने आने के बाद सभी पर कार्रवाई होगी.
कांग्रेस ने पेश किया स्थगन प्रस्ताव
छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव पेश किया. यह स्थगन प्रस्ताव बस्तर में नक्सल घटनाओं को लेकर लाया गया. विपक्ष के सदस्यों ने कहा कि नक्सली क्रॉस फायरिंग में 6 माह की बच्ची की हत्या बेहद शर्मनाक है. कोंग्रेस की सरकार में सुरक्षा केंद्रों पर भी हमला नहीं हुआ था, अब कैंपो पर भी हमला हो रहा है. भाजपा सरकार आने के बाद नक्सली घटनाएं बढ़ी है. फर्जी मुठभेड़ से आदिवासियों का क्या होगा. बस्तर में नक्सली घटाओं से अधिकारी कर्मचारी भी पलायन कर रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि मैंने सभी की बात सुनी है इसी विषय पर ध्यानाकर्षण की सूचना सम्मिलित है उस पर चर्चा होगी. उन्होंने इस स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया.