केलो विहार के प्रीमियम के लिए कलेक्टर को आवेदन

निरस्त हो चुका है आवंटन, सीएम से भी मिल चुके हैं रहवासी

रायगढ़, 21 अगस्त। केलो विहार कॉलोनी के रहवासियों को अब भी राहत नहीं मिल सकी है। शासन द्वारा निर्धारित प्रीमियम का भुगतान करने को कोई राजी नहीं है और दोबारा आकलन की मांग की जाती रही है। सोमवार को रहवासियों ने कलेक्टर से मिलकर समाधान करने की मांग की है। शासकीय कर्मचारियों के लिए आवासीय कॉलोनी स्थापित करने के लिए 25 एकड़ जमीन आवंटित की गई थी। अब तक इसका प्रीमियम और भूभाटक को लेकर सहमति नहीं बन सकी है। प्रशासन ने वर्तमान दर पर प्रीमियम निर्धारित किया तो कोई राजी नहीं हुआ।

हाल ही में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी कॉलोनी के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की थी। कलेक्टर को समस्या का निराकरण करने पत्र भी आया था, लेकिन पिछली बार प्रीमियम तय कर चुकाने का आदेश दिया गया था। छह महीने तक केलो विहार शासकीय कर्मचारी गृह निर्माण समिति की ओर से कोई हलचल नहीं दिखी तो टाइम लैप्स हो गया। बताया जा रहा है कि कलेक्टर को जल्द से जल्द प्रीमियम तय करने की मांग की गई है। इसके बिना जमीन का पट्टा ही नहीं बन पा रहा है। नजूल विभाग में केलो विहार की जांच रिपोर्ट भी कार्रवाई के लिए लंबित है। आवंटन और पजेशन में समानता नहीं है।

प्लॉट आवंटन में गड़बड़ी

केलो विहार में करीब 400 प्लॉट आवंटित किए गए थे। लेकिन किस पर किसने मकान बनाया है, यह पता नहीं था। दरअसल कई लोगों ने एक से अधिक प्लॉट लिए हैं। कई ने आवासीय प्लॉट पर कमर्शियल निर्माण कर लिए हैं। कई प्लॉट बेच दिए गए हैं।